आगरा: फतेहपुर सीकरी कस्बे में वर्षों से चली आ रही “घरवाली” और “बाहरवाली” के बीच की तकरार अब खुलकर सामने आ गई है। इस विवाद के चलते दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस में अभियोग पंजीकृत कराया है, जिससे यह मामला अब कानूनी मोड़ ले चुका है।
कस्बे की दरगाह गली में दुकान चलाने वाले कन्हैया का विवाह लगभग 14 वर्ष पूर्व हुआ था। हालांकि, उसकी दुकान के पास ही रहने वाली एक अन्य युवती से भी उसके प्रेम संबंध बन गए, जिसके कारण उसके वैवाहिक जीवन में लंबे समय से कलह चल रही थी।
विगत माह भी इस “घरवाली” और “बाहरवाली” के बीच जमकर मारपीट और झगड़ा हुआ था, जिसके बाद एक पक्ष की ओर से पहली पत्नी समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। अब, पहली पत्नी द्वारा महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री को दिए गए प्रार्थना पत्र के बाद पति और अन्य लोगों पर भी अभियोग पंजीकृत किया गया है।
3 मई को दर्ज हुआ कमलेश का मुकदमा
दरगाह गली निवासी कमलेश ने 3 मई को चंद्रवती पत्नी कन्हैया, रामा पत्नी केदार, केदार पुत्र किशन, सुनीता, जस्सू और बंटी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। अपनी शिकायत में कमलेश ने आरोप लगाया है कि उसके घर के पास रहने वाले कन्हैया से उसके पारिवारिक संबंध हैं। विगत 17 मार्च की रात को उक्त लोगों ने उसके घर में घुसकर मारपीट की, जिसमें कमलेश और लोकेश को चोटें आईं और उनका मेडिकल भी कराया गया। इसके बाद, उन्हीं लोगों ने फिर से घर पर आकर गालियां दीं, पत्थर फेंके और हंगामा किया। इसी घटना को लेकर कमलेश ने अब अभियोग पंजीकृत कराया है।
पहली पत्नी चंद्रवती ने भी दर्ज कराया मुकदमा
वहीं, कन्हैया की पहली पत्नी चंद्रवती ने महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री को एक पत्र लिखकर अपनी व्यथा बताई थी, जिसके बाद पति कन्हैया, राकेश और कमलेश के भाई आदि के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। चंद्रवती ने आरोप लगाया है कि विगत 17 मार्च को उसने कन्हैया को उसकी प्रेमिका के साथ आपत्तिजनक स्थिति में रंगे हाथ पकड़ा था। इस पर आरोपियों ने चंद्रवती और उसकी बहन पर जानलेवा हमला किया, जिसमें वे बाल-बाल बच गईं।
पुलिस ने इस पूरे मामले में दोनों पक्षों की ओर से अभियोग पंजीकृत कर लिया है और अब मामले की गहन जांच पड़ताल कर रही है।
यह “घरवाली” और “बाहरवाली” का विवाद अब कस्बे में चर्चा का विषय बन गया है, जिसमें लोग अलग-अलग तरह की बातें कर रहे हैं। पुलिस की जांच के बाद ही इस पूरे मामले की सच्चाई सामने आ पाएगी।
- रिपोर्ट – गोविन्द पाराशर