अलीगढ़: जिले में क्वार्सी निवासी युवक के दाहिने पैर में फ्रैक्चर हो गया, वह एक्सरा कराने के लिए बुधवार को दीन दयाल अस्पताल पहुंचे। डेढ़ घंटे तक उन्होंने इंतजार किया, लेकिन स्ट्रेचर नहीं मिला, इसके बाद किसी तरह से घिसटते हुए वह खुद एक्सरे रूम में पहुंचे।

चिकित्सा सेवाओं की बदहाली यह तस्वीर 14 मई को सवा नौ बजे पंडित दीनदयाल उपाध्याय (डीडीयू) अस्पताल में साफ नजर आई। युवक लड़खड़ाते, घिसटते एक्सरे रूम की ओर जा रहे थे। उन्होंने बताया कि क्या करें, स्ट्रेचर नहीं मिली। मजबूरी में इस तरह से जाना पड़ रहा है।

सुबह आठ बजे से डीडीयू में पर्चा बनवाने के लिए काउंटर पर मरीजों और तीमारदारों की भीड़ लगी थी। ओपीडी में करीब 1300 मरीज आए थे।डॉ. अनिल कुमार मौर्य के कक्ष के बाहर मरीजों की लंबी कतार लगी थी। सुबह नौ बजे से सुबह 11 बजे तक कतार में लगे गभाना के युवक की तबीयत बिगड़ गई। ब्लडप्रेशर बढ़ने से वहीं कुर्सी पर ही लेट गए। गर्मी की वजह से तीन मरीजों की हालत भी बिगड़ गई। पांच मरीज ब्लड प्रेशर और शुगर बढ़ने से जमीन पर ही लेट गए।

सफेदपुरा निवासी युवक ने बताया कि दो घंटे के बाद तो पर्चा ही बना। ओपीडी कक्ष संख्या छह में दिखाने पहुंचे तो डॉक्टर ने वहां से भगा दिया और कहा कि यह उनकी ओपीडी का मामला नहीं है। फिर से उन्हें डेढ़ घंटे दूसरी ओपीडी के बाहर कतार में लगना पड़ा।

मोबाइल से बन रहा पर्चा

सुबह 10 बजे एक युवक को मरीज घेरे हुए थे। वह मोबाइल से ऑनलाइन पर्चा बना रहा था। जल्दी पर्चा बनवाने के चक्कर में कुछ मरीजों ने पर्चा बनवा लिया। कुछ ने मना कर दिया। बोले- इससे ऑनलाइन ठगी हो सकती है।

डॉ. एमके माथुर, सीएमएस, डीडीयू ने कहा-

अस्पताल में स्ट्रेचर की सुविधा है। अगर मरीज को स्ट्रेचर नहीं मिला है, तो यह गंभीर मसला है। मरीज न देखने वाले डॉक्टर से जवाब-तलब किया जाएगा। ऑनलाइन पर्चा बनवाने के लिए किसी को नहीं रखा गया है।

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