अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के खैर कोतवाली क्षेत्र के गांव सुजानपुर में नवरात्रि के दौरान आयोजित रामलीला मंचन में हंगामा हो गया। गांव के हिस्ट्रीशीटर पंकज उर्फ बंटी ने मंच पर फायरिंग कर दी, जिससे रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अंकुर भारद्वाज बाल-बाल बच गए। दर्शकों में दहशत फैल गई। कमेटी सदस्यों और ग्रामीणों ने आरोपी को तमंचे सहित पकड़ लिया और मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों को सौंप दिया। कोतवाली पुलिस ने अंकुर की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह घटना ग्रामीण क्षेत्रों में सांस्कृतिक आयोजनों पर बढ़ते अपराध की ओर इशारा कर रही है।
घटना का विवरण
- समय और जगह: 29 सितंबर 2025 की रात करीब 9:30 बजे, सुजानपुर गांव के रामलीला पंडाल में मंचन चल रहा था।
- आरोपी का आगमन: गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर पंकज उर्फ बंटी अचानक मंच पर पहुंचा और मंचन रोकने की कोशिश की।
- विरोध और फायरिंग: कमेटी अध्यक्ष अंकुर भारद्वाज और अन्य सदस्यों ने विरोध किया, तो आरोपी ने तमंचे से फायर कर दिया। गोली अंकुर के पास से गुजर गई, लेकिन वे बाल-बाल बच गए। दर्शकों में अफरा-तफरी मच गई।
- पकड़ना: रामलीला कमेटी के सदस्यों और ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाते हुए आरोपी को मौके पर ही धर दबोचा। तमंचा भी बरामद हो गया।
पुलिस कार्रवाई
कोतवाली पुलिस ने रामलीला अध्यक्ष अंकुर भारद्वाज की शिकायत पर आरोपी पंकज उर्फ बंटी के खिलाफ धारा 307 (हत्या का प्रयास), 336 (राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा) और आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। एसपी अलीगढ़ ने बताया कि आरोपी का आपराधिक इतिहास लंबा है, और घटना की गहन जांच चल रही है। यदि अन्य आरोपी पाए गए, तो उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।
प्रभाव और प्रतिक्रिया
- दर्शकों पर असर: फायरिंग से रामलीला पंडाल में मौजूद सैकड़ों दर्शक डर गए। कई महिलाएं और बच्चे घायल होने से बच गए।
- कमेटी का बयान: अंकुर भारद्वाज ने कहा कि यह आयोजन गांव की सांस्कृतिक परंपरा का हिस्सा है, लेकिन आरोपी जैसे तत्व इसे बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने ग्रामीणों की हिम्मत की सराहना की।
- ग्रामीणों का आक्रोश: गांववासी पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। रामलीला कमेटी ने आने वाले आयोजनों के लिए सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
विशेष बिंदु
- आरोपी का बैकग्राउंड: पंकज उर्फ बंटी गांव का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर है, जिसके खिलाफ पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
- सुरक्षा चूक: नवरात्रि जैसे पर्व पर पुलिस तैनाती के बावजूद ऐसी घटना ने सवाल खड़े किए हैं। जिले में सांस्कृतिक आयोजनों पर अतिरिक्त फोर्स तैनात करने का आदेश दिया गया है।
- संदर्भ: उत्तर प्रदेश में त्योहारों के दौरान अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं, जैसे बहराइच में दुर्गा विसर्जन के दौरान फायरिंग।