मुरादाबाद। जनपद मुरादाबाद से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक निजी मदरसे ने कक्षा 8 में प्रवेश दिलाने पहुंचे परिजनों से 12 वर्षीय छात्रा का ‘वर्जिनिटी सर्टिफिकेट’ मांगा। इस अमानवीय मांग का परिजनों ने विरोध किया तो मदरसे के स्टाफ ने महिला अभिभावक से अभद्रता करते हुए उन्हें जबरन बाहर निकाल दिया। घटना के खुलासे के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया है।

क्या है पूरा मामला

जानकारी के अनुसार, चंडीगढ़ निवासी एक व्यक्ति ने वर्ष 2024 में अपनी बेटी का दाखिला मुरादाबाद के पाकबड़ा थाना क्षेत्र स्थित जामिया असानुल बनात गर्ल्स मदरसा में कक्षा 7 में कराया था। छात्रा ने परीक्षा पास कर कक्षा 8 में प्रवेश पाया। इसके लिए परिजनों ने ₹35 हजार रुपये फीस भी जमा कराए थे। जुलाई 2025 में परिजन बेटी को छुट्टियों पर घर ले गए थे।

21 अगस्त को जब मां बेटी को दोबारा मदरसे में छोड़ने पहुंची, तो प्रबंधन ने प्रवेश देने से साफ इनकार कर दिया। बताया जाता है कि एडमिशन सेल इंचार्ज शाहजहां और प्रधानाचार्या रहनुमा ने महिला से कहा कि “पहले बच्ची का वर्जिनिटी सर्टिफिकेट लेकर आओ, तभी दाखिला मिलेगा।”

महिला ने जब इसका विरोध किया, तो मदरसा स्टाफ ने उसे गालियां दीं और धक्के मारकर बाहर निकाल दिया। परिजनों का आरोप है कि मदरसा प्रबंधन ने न तो छात्रा की टीसी (ट्रांसफर सर्टिफिकेट) दी, बल्कि ₹500 अतिरिक्त वसूल लिए। आरोप यह भी है कि स्टाफ ने छात्रा के चरित्र पर आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं, जिससे परिवार मानसिक रूप से बेहद आहत हुआ है।

पुलिस जांच में जुटी

घटना से व्यथित परिवार ने मुरादाबाद एसएसपी सतपाल अंतिल को तहरीर देकर मदरसा प्रबंधन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस टीम पूरे प्रकरण की जांच में जुटी हुई है।

दैनिक जिला नज़र – (नजरिया सच का) प्रिंट & सोशल मीडिया न्यूज़ नेटवर्क दैनिक जिला नज़र सत्यनिष्ठ पत्रकारिता और जनपक्षीय विचारधारा का विश्वसनीय मंच है। हम समाचारों को केवल प्रसारित नहीं करते—बल्कि उन्हें प्रमाणिकता, नैतिकता और गहन विवेक के साथ पाठकों तक पहुँचाते हैं। स्थानीय सरोकारों से लेकर राष्ट्रीय मुद्दों तक, हर सूचना को हम निष्पक्ष दृष्टि, आधुनिक संपादकीय मानकों और जिम्मेदार मीडिया आचरण के साथ प्रस्तुत करते हैं। प्रिंट की गरिमा और डिजिटल की गति—दोनों का संतुलित संगम है "जिला नज़र"। हमारा ध्येय है— सत्य को स्वर देना, समाज को दिशा देना। दैनिक जिला नज़र जहाँ समाचार विश्वसनीयता की भाषा बोलते हैं।

error: Content is protected !!
Exit mobile version