आगरा: थाना ट्रांस यमुना क्षेत्र में तैनात एक मुख्य आरक्षी के घर चोरी करने वाला निकला कोई आम चोर नहीं, बल्कि हरियाणा पुलिस का बर्खास्त सिपाही है। आरोपी ने न केवल आरक्षी के घर से चोरी की, बल्कि उनके एटीएम और क्रेडिट कार्ड से कैश निकालकर शॉपिंग और मौज-मस्ती भी की।
‘सिपाही’ बनकर पहुंचा चोर
पुलिस के अनुसार, आरोपी वजीर सिंह, निवासी कोसली (जिला रेवाड़ी, हरियाणा), पहले हरियाणा पुलिस में सिपाही था।
वह आगरा आया और खुद को “हरियाणा पुलिस का सिपाही, दबिश देने आया हूं” बताकर थाना ट्रांस यमुना में तैनात मुख्य आरक्षी कुशलपाल सिंह से मिला।
मुख्य आरक्षी ने उस पर भरोसा कर लिया और अपने आवास पर ले गया। उसी दौरान वजीर सिंह ने मौका देखकर आरक्षी की पैंट में रखे पर्स से एटीएम कार्ड और पिन नंबर वाला कागज चुरा लिया।
एटीएम से निकाले ₹45,000, फिर पेट्रोल पंप और शॉपिंग में उड़ाई रकम
वारदात के बाद आरोपी ने
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एटीएम से ₹45,000 कैश निकाला,
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भगवान टॉकीज स्थित पेट्रोल पंप पर ₹20,000 स्वाइप किए,
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और क्रेडिट कार्ड से भी ट्रांजैक्शन किया।
इतना ही नहीं, उसने चोरी की रकम से शॉपिंग और मौज-मस्ती की तथा ₹45,000 अपने घर भेज दिए।
मुख्य आरक्षी ने सात दिन बाद एफआईआर दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की।
2018 में बर्खास्त, फिर भी पुलिसकर्मी बनकर करता था ठगी
जांच में पता चला कि वजीर सिंह 2001 से 2006 तक टेरिटोरियल आर्मी में और 2007 में हरियाणा पुलिस में सिपाही था।
लेकिन 2018 में भर्ती घोटाले में दोषी पाए जाने पर उसे बर्खास्त कर दिया गया।
इसके बावजूद वह खुद को पुलिसकर्मी बताकर लोगों को भ्रमित करता रहा और अब चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
फर्जी वर्दीधारी अब सलाखों के पीछे
ट्रांस यमुना पुलिस ने कड़ी मेहनत के बाद वजीर सिंह को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने पूरा घटनाक्रम कबूल किया है।
पुलिस अब यह जांच रही है कि आरोपी ने मथुरा, अलीगढ़ या अन्य जिलों में भी इसी तरह की वारदातें तो नहीं कीं।

