फिरोजाबाद (विशेष संवाददाता)।  उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में रविवार देर रात एक सनसनीखेज पुलिस मुठभेड़ में 2 करोड़ रुपये के बड़े लूटकांड का मुख्य आरोपी नरेश उर्फ पंकज पुत्र भूदेव उर्फ भूरी सिंह (उम्र 38 वर्ष, निवासी अरनी, थाना खैर, अलीगढ़) ढेर हो गया। आरोपी ने पुलिस अभिरक्षा से फरार होने के महज कुछ घंटों बाद खुद को बचाने के लिए ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसमें पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अनुज चौधरी की बुलेटप्रूफ जैकेट में गोली फंस गई और थाना रामगढ़ प्रभारी इंस्पेक्टर संजीव दुबे को गोली लगने से गंभीर चोटें आईं। घायल अधिकारी को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

लूटकांड का खुलासा: अंतर्राज्यीय गैंग की साजिश

यह घटना 30 सितंबर को कानपुर-आगरा हाईवे पर मक्खनपुर क्षेत्र में हुई थी, जब गुजरात की जीके कंपनी की कैश वैन पर बदमाशों ने हमला बोला। लुटेरों ने चालक के साथ मारपीट की और वैन से करीब 2 करोड़ रुपये नकद लूट लिए थे। पुलिस ने शनिवार रात इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उनके कब्जे से लगभग 1 करोड़ 5 लाख रुपये नकद, दो कारें और अन्य सामान बरामद किया गया। मुख्य आरोपी नरेश गैंग का सरगना था, जिसके खिलाफ दिल्ली, फरीदाबाद, गाजियाबाद सहित कई जिलों में लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस एक्ट के तहत 7 से अधिक मुकदमे दर्ज थे।

पुलिस के अनुसार, नरेश ने एक साल से अधिक समय से इस लूट की रेकी की थी। गैंग में अलीगढ़, फिरोजाबाद और आसपास के जिलों के अपराधी शामिल थे। मुठभेड़ के बाद नरेश के पास से अतिरिक्त 40 लाख रुपये नकद और हथियार बरामद हुए, जिससे कुल बरामद राशि 1.45 करोड़ के पार पहुंच गई। अब तक 7 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन 2-3 अन्य फरार सदस्यों की तलाश जारी है।

फरार होने का ड्रामा: खेतों में चकमा देकर भागा आरोपी

रविवार दोपहर इंस्पेक्टर चमन शर्मा नरेश को तीन सिपाहियों के साथ माल बरामदगी के लिए ले जा रहे थे। हाईवे नंबर-2 पर थाना मक्खनपुर के खेड़ा गणेशपुर के पास नरेश ने अचानक पेट दर्द की शिकायत की। पुलिस ने उसे बाजरे के खेत में हथकड़ी लगाकर बैठा दिया और सिपाही पानी लाने चले गए। इसी फुर्सत का फायदा उठाते हुए नरेश ने हथकड़ी तोड़ी और खेतों के रास्ते फरार हो गया।

इस घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। एसएसपी सौरभ दीक्षित ने तुरंत जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया। चार विशेष टीमें गठित की गईं और चप्पे-चप्पे पर चेकिंग शुरू हो गई। डीआईजी ने नरेश पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। रविवार को पूछताछ के दौरान नरेश से 20 लाख रुपये बरामद किए गए थे, जबकि मुठभेड़ स्थल से अतिरिक्त 20 लाख रुपये मिले।

मुठभेड़ का लाइव अपडेट: 20 मिनट की गोलीबारी, बदमाश का अंत

रात करीब 8 बजे थाना रामगढ़ क्षेत्र के एक सुनसान इलाके में पुलिस टीम ने नरेश को घेर लिया। आरोपी ने आत्मसमर्पण करने के बजाय छिपाए हुए हथियारों से पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली नरेश के सीने में लगी, जिससे वह मौके पर ही ढेर हो गया। मेडिकल टीम ने अस्पताल पहुंचाने पर उसे मृत घोषित कर दिया।

एसएसपी सौरभ दीक्षित ने बताया, “आरोपी ने जानलेवा हमला किया, जिसमें एसपी ग्रामीण अनुज चौधरी बाल-बाल बच गए। बुलेटप्रूफ जैकेट ने उनकी जान बचाई। थानाध्यक्ष संजीव दुबे को गोली कंधे में लगी है, लेकिन खतरा टल गया है।” उन्होंने कहा कि नरेश ने इलाके में पहले से हथियार छिपा रखे थे, जिसका इस्तेमाल उसने फायरिंग के लिए किया। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने उसके नेटवर्क पर नजर रखी है, ताकि अन्य फरार अपराधी भी पकड़े जा सकें।

सोशल मीडिया पर हलचल: यूपी पुलिस की तारीफ की बौछार

इस घटना ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया। पूर्व पत्रकार अवनिश विद्यार्थी ने ट्वीट किया, “फिरोजाबाद में 2 करोड़ की लूट का मुख्य आरोपी नरेश एनकाउंटर में ढेर। ASP अनुज चौधरी बाल-बाल बचे।” पत्रकार दिनेश शुक्ला ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “फरार बदमाश नरेश मुठभेड़ में मारा गया। दो करोड़ की लूट का मास्टरमाइंड!” खंजर सूत्र जैसे हैंडल ने भी विस्तृत अपडेट साझा किया, जहां यूजर्स ने यूपी पुलिस की साहसिक कार्रवाई की सराहना की। कई पोस्ट में एसपी अनुज चौधरी की बहादुरी को सलाम किया गया।

पुलिस का संकल्प: अपराधमुक्त फिरोजाबाद

एसएसपी दीक्षित ने कहा, “यह कार्रवाई अपराधियों को साफ संदेश है कि यूपी में अपराध का कोई स्थान नहीं। फरार सदस्यों को जल्द पकड़ लिया जाएगा।” जिले में अब विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। यह घटना न केवल लूटकांड का पटाक्षेप है, बल्कि यूपी पुलिस की तत्परता का प्रतीक भी।

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