आगरा: आगरा के बरहन थाना क्षेत्र में 18 दिसंबर की रात हुई एक युवक की मौत ने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है। मृतक की पहचान पुनीत सिसोदिया के रूप में हुई है, जो आंवलखेड़ा स्थित एमएस कैफे की देखरेख करते थे। पुलिस इसे स्विफ्ट कार से टक्कर लगने का सड़क हादसा बता रही है, लेकिन परिजनों ने सिर पर भारी हथियार के वार के निशान, टूटा मोबाइल और स्पीड ब्रेकर वाली जगह होने का हवाला देकर सुनियोजित हत्या का आरोप लगाया है।
घटना की रात पुनीत दो कर्मचारियों को गोवल गांव छोड़कर बाइक से लौट रहे थे। रेलवे अंडरपास पार करने के कुछ दूरी बाद सड़क किनारे उनका शव मिला। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि एक स्विफ्ट कार ने टक्कर मारी और चालक फरार हो गया, लेकिन कई दिन बीतने के बावजूद न कार का पता चला और न ही आरोपी की शिनाख्त हुई।
परिजनों के गंभीर आरोप:
मृतक के पिता ने बताया कि घटनास्थल पर पहुंचने पर पुनीत के सिर पर गहरे वार के निशान थे और मोबाइल फोन बुरी तरह क्षतिग्रस्त मिला। परिजनों का कहना है कि यह महज हादसा नहीं, बल्कि रंजिश के चलते हत्या है और मामले को हादसे का रूप देने की साजिश रची गई। स्पीड ब्रेकर होने से वाहन की रफ्तार कम होने की वजह से इतनी गंभीर चोटें संदिग्ध लग रही हैं। एक और रहस्यमयी बात – घटना के दिन पुनीत ने अपने भांजे मुकेश के कपड़े पहने थे, जिनकी कुछ लोगों से पुरानी रंजिश चल रही थी। परिजन इस पहलू की भी गहन जांच चाहते हैं।
राजनीतिक हस्तक्षेप:
मामले की गंभीरता देखते हुए एत्मादपुर विधायक धर्मपाल सिंह खुद घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से विस्तार से बात की और निष्पक्ष जांच कराने का पूरा आश्वासन दिया। विधायक ने कहा कि सच्चाई जल्द सामने लाई जाएगी।
फिलहाल पुलिस मामले को सड़क दुर्घटना मानकर जांच कर रही है, लेकिन परिजनों की शिकायतों और उठाए गए सवालों से हत्या की आशंका गहरा गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और आगे की जांच से ही स्पष्ट होगा कि यह हादसा था या सुनियोजित साजिश।

