आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा में रिश्तों को शर्मसार करने वाली एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। थाना एत्मादुद्दौला क्षेत्र के गढ़ी चांदनी (सुशील नगर) में सराफा व्यापारी सोनू वर्मा के चार वर्षीय मासूम बेटे जय वर्मा का अपहरण उसके सगे चाचा गगन उर्फ कारे ने ही करवाया था। फिरौती के लालच में चाचा ने भतीजे को अगवा करवाया, लेकिन पुलिस की तत्परता से सात घंटे बाद बच्चा सकुशल बरामद हो गया। बीती रात मेहताब बाग क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में दो बदमाश गोली लगने के बाद गिरफ्तार हुए, जबकि मास्टरमाइंड गगन और उसका साथी फरार हैं। यह मामला परिवार के अंदरूनी कलह और फिरौती के जाल को उजागर कर रहा है।

घटना का पूरा विवरण: दादी के पीछे जाते मासूम का अपहरण

शुक्रवार दोपहर करीब 1:15 बजे सोनू वर्मा की मां पदमा वर्मा अपने बेटे के घर (राधे ज्वेलर्स के पास) से लौट रही थीं। उनके चार-पांच वर्षीय पोता जय उनके पीछे-पीछे निकल पड़ा, लेकिन घर पहुंचा ही नहीं। कुछ देर बाद जब बच्चा नहीं लौटा, तो परिवार में हड़कंप मच गया। मोहल्ले और आसपास की जगहों पर दो घंटे तक तलाश की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। आखिरकार थाना एत्मादुद्दौला को सूचना दी गई।

इंस्पेक्टर देवेंद्र दुबे ने तुरंत बच्चे की तलाश शुरू कराई। इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर एक युवक बच्चे को पैदल ले जाते दिखा, जिसकी पहचान जय के सगे चाचा गगन उर्फ कारे के रूप में हुई। जांच में पता चला कि गगन ने ही अपहरण की साजिश रची थी। शाम करीब 4 बजे सोनू के मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल आई, जिसमें बच्चे की सुरक्षित वापसी के लिए ढाई लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई। रुपये न देने पर बुरे अंजाम की धमकी दी गई। दादा निहाल सिंह ने तुरंत थाने पहुंचकर तहरीर दी।

पुलिस ने इतना दबाव बनाया कि अपहरणकर्ता रात करीब 9 बजे बच्चे को घर के पास ही एक गली में छोड़कर भाग गए। जय को सकुशल बरामद कर परिवार को सौंप दिया गया। बच्चा अब सुरक्षित है, लेकिन परिवार सदमे में है। सोनू ने बताया, “चाचा का ऐसा कदम सोचकर विश्वास ही नहीं हो रहा। हमने कभी कलह नहीं की, फिर यह सब क्यों?”

मुठभेड़ का लाइव अपडेट: दो बदमाश घायल, मास्टरमाइंड फरार

रात करीब 11 बजे मुखबिर से सूचना मिली कि अपहरण में शामिल बदमाश मेहताब बाग क्षेत्र में छिपे हैं। इंस्पेक्टर देवेंद्र दुबे के नेतृत्व में पुलिस टीम ने घेराबंदी की। बदमाशों ने भागने की कोशिश में पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दो बदमाश – साबिर (पुत्र ताज मोहम्मद, निवासी प्रकाश नगर) और सत्य प्रकाश उर्फ बबलू (पुत्र प्रमोद, निवासी प्रकाश नगर) – के पैरों में गोली लगी। दोनों घायल अवस्था में गिरफ्तार हो गए। मास्टरमाइंड गगन उर्फ कारे और उसका साथी आकाश उर्फ अल्लू ने अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।

घायल आरोपियों को तत्काल एसएन मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। सहायक पुलिस आयुक्त (छत्ता) पियूषकांत राय ने बताया, “पकड़े गए दोनों से पूछताछ में कई अहम खुलासे होने की उम्मीद है। फरार आरोपियों की तलाश में छह टीमें लगी हैं। गगन पर 2.5 लाख का इनाम घोषित किया जा सकता है।”

पुलिस कार्रवाई: फिरौती मांग, सीसीटीवी और तलाशी अभियान

पुलिस ने अपहरण (IPC धारा 363), फिरौती (IPC धारा 384), आपराधिक साजिश (IPC धारा 120B) और हथियारों की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। सीसीटीवी फुटेज से गगन की लोकेशन ट्रैक की जा रही है। एसीपी पियूषकांत राय ने कहा, “चाचा का शामिल होना चौंकाने वाला है। पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश होगा।” पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी है।

स्थानीय लोगों का आक्रोश: परिवार में विश्वासघात पर सवाल

गढ़ी चांदनी मोहल्ले में घटना के बाद लोग सड़कों पर उतर आए। उन्होंने चाचा के विश्वासघात पर गुस्सा जताया और मांग की:

  • फरार आरोपियों को 48 घंटे में गिरफ्तार किया जाए।
  • पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और सुरक्षा प्रदान की जाए।
  • इलाके में सीसीटीवी नेटवर्क मजबूत किया जाए।
  • अपहरण जैसे अपराधों पर सख्त कानून लागू हो।

एक स्थानीय निवासी ने कहा, “रिश्ते अब खतरे में हैं। फिरौती के लालच में मासूम की जान जोखिम में डालना घिनौना है। पुलिस को सतर्क रहना चाहिए।”

आगरा में अपहरण के बढ़ते मामले: चिंताजनक ट्रेंड

यह घटना आगरा में अपहरण के सिलसिले को उजागर करती है। अक्टूबर 2025 में ही एत्मादुद्दौला में एक अन्य बच्चा अपहरण का मामला सामने आया, जहां फिरौती के लिए 5 लाख मांगे गए थे। सितंबर 2025 में सिकंदरा क्षेत्र में चाचा द्वारा ही भतीजे का अपहरण कर 1 लाख वसूला गया। NCRB डेटा के मुताबिक, यूपी में 2024 में बच्चों के अपहरण में 15% वृद्धि हुई, जिसमें परिवार के सदस्यों की संलिप्तता 20% मामलों में पाई गई। विशेषज्ञों का कहना है कि आर्थिक तंगी और पारिवारिक विवाद मुख्य कारण हैं।

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