मथुरा। कलेक्ट्रेट परिसर स्थित हल्दीघाटी में 300 अधिवक्ताओं के चेंबर तोड़े जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। बार एसोसिएशन के सचिव पद की प्रत्याशी पूजा वर्मा ने इस कार्रवाई को वकीलों के लिए खुली चुनौती बताते हुए प्रशासन पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि चेंबरों का ध्वस्तीकरण यह दर्शाता है कि वर्तमान में बार संगठन कमजोर है और अधिवक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए एक सशक्त बार एसोसिएशन की आवश्यकता है।
पूजा वर्मा ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि दो दिनों के भीतर टूटे हुए चेंबरों के पुनर्निर्माण का निर्णय नहीं लिया गया, तो अधिवक्ता उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे। बुधवार को उन्होंने मौके पर पहुंचकर टूटे हुए चेंबरों का निरीक्षण किया और साथी अधिवक्ताओं को भरोसा दिलाया कि हर हाल में चेंबरों का पुनर्निर्माण कराया जाएगा।

उन्होंने बताया कि शनिवार को जिलाधिकारी के आदेश पर सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा हल्दीघाटी क्षेत्र में बने 300 चेंबर तोड़े गए थे। पूजा वर्मा ने बार के अध्यक्ष और सचिव से मांग की कि बार फंड से धनराशि निकालकर प्रभावित अधिवक्ताओं के चेंबरों का पुनर्निर्माण तत्काल शुरू कराया जाए।
मौके पर पहुंचे अधिवक्ताओं ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान ओमप्रकाश शर्मा, रुपेश चौधरी, शमशेर सिंह, रवि ठाकुर एडवोकेट, जयंती सारस्वत एडवोकेट, निशांत राघव एडवोकेट, गुड्डू यादव एडवोकेट, राहुल प्रताप एडवोकेट, बंटी यादव एडवोकेट, शिवा पंडित एडवोकेट, मिथलेश देवी एडवोकेट, राजवीर सारस्वत एडवोकेट, कन्हैया तिवारी एडवोकेट, गौरव सारस्वत एडवोकेट, राजेंद्र फरारी एडवोकेट, अश्विनी शुक्ला एडवोकेट, पवन दुबे एडवोकेट, सायरा एडवोकेट, सोनिया चौधरी एडवोकेट, अनीता ठाकुर एडवोकेट और अर्चना शर्मा सहित कई अधिवक्ता मौजूद रहे।