खेरागढ़/आगरा। खेरागढ़ थाना क्षेत्र के कुसियारपुर गांव में उटंगन नदी में देवी प्रतिमा विसर्जन के दौरान डूबे 12 लोगों में से अब तक छह के शव बरामद हो चुके हैं। रविवार शाम को युवक करण पुत्र रनवीर सिंह का शव बरामद कर लिया गया। अभी भी छह लोगों की तलाश जारी है।

एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की फील्ड यूनिट के जवान सर्च ऒपरेशन में जुटे हैं। आज नदी का जलस्तर और बढ़ने से रेस्क्यू ऒपरेशन में बाधा आई। नदी के बहाव को अब राजस्थान के पांचना बांध पर पूरी तरह रोक दिया गया है। इसका असर कल सुबह तक देखने को मिलेगा।

कुसियारपुर गांव के लोग गुरुवार दोपहर देवी मूर्तियों को विसर्जन के लिए डूंगरवाला गांव के पास उटंगन नदी पहुंचे थे। विसर्जन के दौरान गहराई का अंदाज़ा न लग पाने के कारण 13 लोग पानी में डूब गए थे। हादसे के बाद क्षेत्र में कोहराम मच गया। एक युवक को तो उसी समय बचा लिया गया था जबकि 12 नौजवान नदी की जलराशि में समा गये थे।

गुरुवार दोपहर से ही प्रशासनिक अमला, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऒपरेशन चला रही हैं। ग्रामीणों की मांग पर शुक्रवार को सेना की फील्ड यूनिट के जवान भी रेस्क्यू में जुट गये थे। कल दोपहर तक पांच युवकों के शव मिल चुके थे, वहीं एक युवक को उसी दिन सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था, जिसका उपचार जारी है। रविवार शाम को करण पुत्र रनवीर सिंह का शव भी नदी से बरामद हो गया। इसके बाद अब शेष छह लोगों के शवों की तलाश की जा रही है।

गायब युवकों को खोजने के लिए सेना की फील्ड यूनिट के 19 जवान नदी में सर्च अभियान चला रहे हैं। सात गोताखोर ऑक्सीजन सिलिंडर लेकर पानी के अंदर तलाश में जुटे हैं। जल प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए स्थानीय युवकों ने जीतोड़ मेहनत कर लगभग 40 मीटर लंबा अस्थायी मिट्टी का बांध तैयार किया है, जिससे करीब 250 मीटर क्षेत्र में पानी का बहाव रोका गया है ताकि खोज कार्य आसान हो सके।

जेसीबी और पोकलेन मशीनों की मदद से नदी की धारा को मोडने के लिए घटनास्थल के पास ही कृत्रिम नाला बनाया गया है जिससे नदी तल को सुखाया जा सके। घटनास्थल पर हजारों की संख्या में ग्रामीण और परिजन मौजूद हैं।

भरतपुर जिले में भी ऊटंगन नदी के बहाव को रोकने के आदेश दिए गए हैं। आगरा जिले की सीमा में घुसियाना गांव पर जेसीबी मशीनों के जरिए मिट्टी से भरे कट्टों से पानी रोका गया है। वहीं फजीहतपुर और निमैना चेकडेम के पट बंद कर दिए गए हैं ताकि सर्च ऑपरेशन के दौरान जलस्तर नियंत्रित रहे और किसी भी तरह की बाधा न उत्पन्न हो।

क्षेत्रीय विधायक भगवान सिंह कुशवाह और जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी मौके पर ही जमे हुए हैं। लायंस इंटरनेशनल के पूर्व डाइरेक्टर जितेंद्र चौहान, वरिष्ठ भाजपा नेता श्याम भदौरिया, पूर्व विधायक महेश गोयल, हाथरस की जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा उपाध्याय, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत पौनिया और मध्य प्रदेश के विधायक प्रीतम सिंह लोधी भी मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाया।

  • रिपोर्ट 🔹गोविन्द पाराशर
Exit mobile version