• अक्षर पुरुष बनबारी लाल तिवारी की जयंती का शताब्दी समारोह।
• जीवन और कृतित्व पर आधारित पुस्तक का विमोचन।
• पूर्व शिक्षकों व कर्मचारियों का शॉल और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान।
• अनुपस्थित शिक्षकों को घर जाकर सम्मानित किया गया।
• संस्मरण सुनाते हुए भावुक हुए सम्मानित शिक्षक

भव्य समारोह में विमोचित हुई स्मृति ग्रंथ, पूर्व शिक्षकों ने बाँटे भावुक संस्मरण

रिपोर्ट 🔹मुकेश शर्मा

बाह (आगरा)। भदावर विद्या मंदिर डिग्री कॉलेज और इंटर कॉलेज के संस्थापक एवं प्राचार्य अक्षर पुरुष बनबारी लाल तिवारी की 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित शताब्दी समारोह ने शिक्षा जगत में एक ऐतिहासिक छाप छोड़ी। समारोह का आयोजन बनबारी लाल तिवारी प्रगतिशील शिक्षा प्रसार समिति द्वारा 1 जुलाई 2025 (मंगलवार) को भदावर विद्या मंदिर डिग्री कॉलेज परिसर में भव्यता के साथ किया गया।

सुरेश चंद्र जैन

कार्यक्रम के दौरान अक्षर पुरुष की शिक्षकीय यात्रा, कृतित्व और व्यक्तित्व पर विस्तार से चर्चा हुई। उनके जीवन पर आधारित एक स्मृति ग्रंथ का विमोचन भी किया गया, जिसने उपस्थितजनों को भावुक कर दिया।

श्याम बिहारी शर्मा

इस अवसर पर भदावर विद्या मंदिर डिग्री कॉलेज और इंटर कॉलेज के सेवानिवृत्त शिक्षक एवं कर्मचारियों को समिति द्वारा प्रतीक चिन्ह और शॉल भेंटकर सम्मानित किया गया। जिन शिक्षक और कर्मचारियों की स्वास्थ्य समस्याओं के कारण उपस्थिति संभव नहीं हो पाई, उन्हें समिति के सदस्यों ने उनके निवास पर जाकर सम्मानित किया।

सत्य प्रकाश वर्मा

समिति के सदस्यों शंकरदेव तिवारी, मुकेश शर्मा और मुकुल तिवारी ने कहा कि यह सम्मान न केवल शिक्षकों और कर्मचारियों के योगदान को नमन है, बल्कि अक्षर पुरुष की शिक्षण परंपरा को आगे बढ़ाने का संकल्प भी है।

अशोक दुबे

सम्मान ग्रहण करने वाले वरिष्ठ शिक्षकों ने तिवारी जी के साथ बिताए दिनों के संस्मरण साझा करते हुए कहा कि “हमारे जीवन के सबसे मूल्यवान क्षण उनके सानिध्य में बीते। आज भी उनकी सीख हमारे जीवन की राह रोशन करती है।”

लक्ष्मी नारायण शर्मा

कार्यक्रम का समापन सभी उपस्थित जनों के सामूहिक पुष्पांजलि और ‘अक्षर पुरुष’ को समर्पित भावपूर्ण गीत के साथ हुआ।


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