गुरसराय/झांसी । नगर गुरसराय में हज़रत इमाम हुसैन की याद में 40 दिन बाद चेहल्लुम का जुलूस बड़े ही श्रद्धा और अकीदत के साथ निकाला गया। इस मौके पर नगरवासियों ने गमगीन माहौल में इमाम हुसैन की कुर्बानी को याद किया।

चेहल्लुम के अवसर पर बताया गया कि इमाम हुसैन, पैगंबर-ए-इस्लाम हज़रत मुहम्मद ﷺ के नवासे और हज़रत अली के बेटे थे। उस दौर के शासक यजीद ने इस्लामी मूल्यों के खिलाफ जाकर इमाम हुसैन से अपनी निष्ठा की मांग की थी, लेकिन इमाम हुसैन ने अन्याय और अत्याचार के आगे झुकने से इनकार कर दिया। उन्होंने कर्बला के मैदान में अपने परिवार और साथियों के साथ हक़ और इंसाफ़ की राह में शहादत कुबूल कर ली।

इस मौके पर ताजिया बनाने वालों का माल्यार्पण कर व शील्ड देकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम में मौलवी शहाबुद्दीन सिद्दीकी, जनाब इकराम खान, जनाब अख्तर राईन, रिजवान खान, बाबूजी, ग़फ्फार राईन, साकिर खान, रेहान खान, बॉबी, शरीफ राईन, नजीर राईन, माते अली मंसूरी, माते सादिक, आरिफ, रिजवान अहमद मंसूरी, लकी खान, राज खान समेत नगर के तमाम लोग मौजूद रहे।

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रिपोर्ट 🔹 रोहित साहू

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