लखनऊ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज जनपद गाजियाबाद में अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस 1200 बेड युक्त यशोदा मेडिसिटी का शुभारंभ किया। इस अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।

राष्ट्रपति ने कहा कि देश आज समग्र विकास की दिशा में तेजी से अग्रसर है। इस विकास में सरकार के साथ-साथ देश के 140 करोड़ नागरिकों का योगदान है। उन्होंने कहा कि नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

राष्ट्रपति ने जोर दिया कि देशभर में हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर का निरंतर विस्तार किया जा रहा है, जिससे स्वस्थ और विकसित भारत के निर्माण में योगदान मिल रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी नागरिक को अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित नहीं रहना चाहिए और इस दिशा में निजी क्षेत्र के संस्थानों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।

स्वास्थ्य संस्थानों को निभानी चाहिए ‘सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी’

राष्ट्रपति ने कहा कि मेडिकल रिस्पॉन्सिबिलिटी के साथ-साथ सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी भी जरूरी है। गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने वाले संस्थानों का अवलोकन उन्हें गर्व का अनुभव कराता है।

उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान यशोदा हॉस्पिटल ने मरीजों का बेहतर इलाज किया था। इसके अलावा, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत भी यह अस्पताल बड़ी संख्या में मरीजों की सेवा कर रहा है।

राष्ट्रपति ने कहा कि ‘स्टेप्स’ कार्यक्रम के अंतर्गत यशोदा हॉस्पिटल को उत्तर भारत का पहला केन्द्रीय संस्थान बनाया गया है, जो सिकिल सेल एनीमिया और जनजातीय क्षेत्रों की बीमारियों पर कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह संस्थान विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगा और समाज व राष्ट्र सेवा के आदर्शों को प्राथमिकता देगा।

मेडिसिटी की स्थापना में झलकते हैं स्वदेशी संस्कार

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि अपनी माता के नाम पर मेडिसिटी की स्थापना करना संस्थापकों के स्वदेशी संस्कारों का प्रतीक है।

उन्होंने कहा कि यशोदा मेडिसिटी में कैंसर उपचार की आधुनिकतम सुविधाएं उपलब्ध होंगी, और यह संस्थान मेडिकल रिसर्च और नवाचारों के माध्यम से अपनी अलग पहचान बनाएगा।

उन्होंने कहा कि यहां जीन थेरेपी जैसी उन्नत उपचार विधियों को भी शामिल किया जाएगा, जिससे देश के पिछड़े क्षेत्रों में कैंसर अनुसंधान को नई दिशा मिलेगी।

“हम स्वस्थ और शक्तिशाली भारत की ओर बढ़ रहे हैं” : राजनाथ सिंह

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि हम ऐसे स्वस्थ और शक्तिशाली भारत की दिशा में अग्रसर हैं, जिसका सपना हमारे पूर्वजों ने देखा था। उन्होंने कहा कि यशोदा समूह इस दिशा में निरंतर सकारात्मक प्रयास कर रहा है।

रक्षामंत्री ने यह भी बताया कि यशोदा मेडिसिटी को दक्षिण एशिया में रोबोटिक सर्जरी के केन्द्र के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है, जो भारत की चिकित्सा क्षमता का प्रमाण है।

“राष्ट्रपति ने 140 करोड़ देशवासियों को प्रेरित किया है” : मुख्यमंत्री योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राष्ट्रपति ने 140 करोड़ देशवासियों को शून्य से शिखर तक की यात्रा करने की प्रेरणा दी है। उन्होंने कहा कि यशोदा मेडिसिटी का उद्घाटन केवल एक अस्पताल की शुरुआत नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश को वर्ल्ड क्लास हेल्थकेयर सुविधा मिलने का प्रतीक है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि इस हॉस्पिटल के माध्यम से 5 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश और प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार हुए हैं — उत्तर प्रदेश में पिछले साढ़े आठ वर्षों में 42 नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए गए हैं और गोरखपुर व रायबरेली में एम्स सफलतापूर्वक संचालित हो रहे हैं।

डबल इंजन सरकार से मिली नई गति

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डबल इंजन सरकार नागरिकों को प्रतिस्पर्धात्मक माहौल में सर्वोत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए कार्यरत है। उन्होंने कहा कि भारतीय परंपरा में “शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्” — अर्थात धर्म और जीवन के उद्देश्यों की पूर्ति स्वस्थ शरीर से ही संभव है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि यशोदा मेडिसिटी की परिकल्पना 2022 की तृतीय ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के दौरान हुई थी, जब संस्थापकों ने इन्वेस्ट यूपी के साथ एमओयू किया था।
उन्होंने कहा कि अब देश के नागरिकों को विदेशों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि अत्याधुनिक सुविधाएं अब यहीं एक छत के नीचे उपलब्ध होंगी।

कार्यक्रम में अनेक गणमान्य रहे उपस्थित

इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, यशोदा मेडिसिटी के संस्थापक डॉ. पी.एन. अरोड़ा और प्रबंध निदेशक डॉ. उपासना अरोड़ा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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