रिपोर्ट – राहुल गौड़

मथुरा: हाईवे पर सराफा व्यापारी के बेटों का अपहरण कर डाका डालने वाले बदमाश क्रिकेट के ऑनलाइन सट्टे से कर्ज में डूब गए थे। इसके बाद ही उन्होंने डकैती की योजना बनाई थी। मुठभेड़ में घायल हुए बदमाश पदम सिंह ने पुलिस की पूछताछ में इसका खुलासा किया है। वहीं, इस पूरी डकैती की नींव आगरा सराफा कमेटी के अध्यक्ष बृजमोहन रैपुरिया के चालक रोहित की मुखबिरी से रखी गई थी।

डकैती में शामिल छह बदमाशों में से नीरज मारा जा चुका है और घायल पदम सिंह का पुलिस निगरानी में उपचार चल रहा है। एसपी सिटी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि पदम ने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। उसने बताया कि वह और उसके साथी क्रिकेट पर ऑनलाइन सट्टा लगाते थे। हारने के चलते धीरे-धीरे उन पर कर्ज चढ़ने लगा था। इसी दौरान उनकी मुलाकात आगरा सराफा कमेटी के अध्यक्ष बृजमोहन रैपुरिया के चालक रोहित से हुई। रोहित के साथ मिलकर ही उन्होंने डकैती की योजना बनाई थी। रोहित ने ही सराफा व्यापारी की मुखबिरी की थी।

सीसीटीवी फुटेज से यह तय हो गया कि बदमाश आगरा की तरफ से आए थे और आगरा की तरफ ही वापस गए हैं। इससे यह साफ हो गया कि बदमाश आगरा क्षेत्र के ही हैं। इसके बाद सीसीटीवी में दिखी बुलेरो कार से पुलिस टीम बदमाशों का पता लगा चुकी थी। इसी दौरान बृहस्पतिवार रात को दो बदमाशों से उनकी मुठभेड़ हो गई। पुलिस द्वारा जारी प्रेसनोट के अनुसार मुठभेड़ में मारे गए बदमाश नीरज पर तीन साल पहले आगरा के सैंया थाने में मारपीट का एक मुकदमा दर्ज हुआ था। वहीं घायल बदमाश पदम सिंह पर कोई मुकदमा नहीं है। ऐेसे में साफ है कि उनका कोई पुराना आपराधिक इतिहास नहीं था।

बृजमोहन रैपुरिया से चांदी खरीदते हैं सराफा व्यापारी हरिओम सोनी

पीड़ित व्यापारी हरिओम सोनी ने बताया है कि आगरा सराफा कमेटी के अध्यक्ष बृजमोहन रैपुरिया का चांदी का कारोबार है। वह चांदी के बड़े व्यापारी हैं। उनके यहां से वह प्रत्येक सप्ताह दो से तीन बार चांदी लाते हैं। वारदात के दिन भी उन्हीं के यहां से चांदी खरीदी गई थी। बृजमोहन रैपुरिया का चालक आरोपी रोहित भी उस समय वहां मौजूद था। इधर, पुलिस पूछताछ में आरोपी पदम ने बताया कि योजना के तहत उन्होंने वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद वह आगरा के तरफ भाग गए, लेकिन चांदी उन्होंने एक गुप्त स्थान पर रखी थी।

गंगा स्नान के बहाने मांगकर लाए थे बोलेरो कार

डकैती में प्रयुक्त बोलेरो कार बदमाशों की नहीं थी। वे सैंया क्षेत्र के ही रहने वाले राजकुमार नाम के एक जानकार व्यक्ति से बोलेरो कार मांगकर लाए थे। उन्होंने कार मालिक को बताया था कि वे गंगा स्नान करने जा रहे हैं। यही सुनकर राजकुमार ने भी उन्हें अपनी कार दे दी थी। उन्हें क्या पता था कि वे इसका प्रयोग डकैती के लिए करने जा रहे हैं।

व्यापारी ने दिया पुलिस को धन्यवाद

पीड़ित व्यापारी हरिओम सोनी पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नजर आए। शुक्रवार को डकैतों से मुठभेड़ के बाद वे फरह थाने पहुंचे। उन्होंने एसएसपी श्लोक कुमार समेत पूरी टीम को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने जिस सतर्कता से कार्रवाई की है, उसके लिए वे पुलिस को धन्यवाद देते हैं।

 

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