मथुरा। यमुना जी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने बुधवार को वृन्दावन परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण किया। उन्होंने परिक्रमार्थियों, श्रद्धालुओं, पर्यटकों व स्थानीय नागरिकों से अपील की कि वे यमुना के नजदीक न जाएं और सतर्कता बरतें।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित परिवारों और पशुओं को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाए। उन्होंने बताया कि प्रशासन की ओर से राहत शिविर/शेल्टर होम स्थापित किए गए हैं, जहां भोजन, पेयजल, साफ-सफाई, शौचालय, चिकित्सा टीम, विद्युत व्यवस्था, बेड, गद्दे, चादर व तकिए जैसी सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने नगर निगम, पुलिस व उप जिलाधिकारी सदर को निर्देशित किया कि परिक्रमा मार्ग पर मौजूद भिक्षुकों को भी राहत शिविरों में पहुंचाया जाए। साथ ही ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिनव जे. जैन को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि साधु-संत, बेसहारा लोग और बाहर से आए श्रद्धालु आश्रमों या बाढ़ शरणालयों में सुरक्षित रूप से ठहराए जाएं।

जिलाधिकारी ने मलूक पीठ आश्रम, धीर समीर आश्रम, श्रीकृष्ण कृपा आश्रम और गुरुकुल संस्कृत विश्वविद्यालय वृंदावन का भी निरीक्षण किया। उन्होंने आश्रमों में बने हॉल व कमरों को देखा और वहां परिवारों के सुरक्षित ठहरने की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इसके बाद मोदी भवन वृंदावन स्थित बाढ़ राहत शिविर में जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित परिवारों से वार्ता की। परिवारों ने बताया कि उन्हें समय से भोजन मिल रहा है और किसी प्रकार की परेशानी नहीं है।

इस निरीक्षण में जिलाधिकारी के साथ अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व पंकज कुमार वर्मा, उप जिलाधिकारी सदर/ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिनव जे. जैन, अपर नगर आयुक्त सी.पी. पाठक सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।


राहुल गौड एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में कार्य करने का 10 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा में सक्रिय रहते हुए उन्होंने विभिन्न समाचार माध्यमों के लिए निष्पक्ष और प्रभावशाली रिपोर्टिंग की है। उनके कार्य में स्थानीय मुद्दों की गंभीर समझ और जनसरोकार से जुड़ी पत्रकारिता की झलक मिलती है।

Exit mobile version