लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सोमवार को कोडीन युक्त कफ सिरप की अवैध तस्करी और सप्लाई के मुद्दे पर जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) ने सरकार पर आरोप लगाते हुए मौतों का जिक्र किया, जिसका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुरजोर खंडन किया और विपक्ष पर पलटवार करते हुए कई गंभीर आरोप लगाए। सदन में ‘देश में दो नमूने’ वाले बयान पर भारी हंगामा हुआ और सपा ने वॉकआउट किया।
सीएम योगी का जवाब
मुख्यमंत्री ने सदन में स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश में कोडीन कफ सिरप से किसी की मौत नहीं हुई है। यह मामला अवैध डायवर्जन और गैरकानूनी सप्लाई का है, न कि मौतों का। उन्होंने कहा कि कोडीन सिरप का उत्पादन यूपी में नहीं होता, बल्कि अन्य राज्यों (जैसे मध्य प्रदेश, तमिलनाडु) में होता है और दुरुपयोग मुख्य रूप से मद्य निषेध वाले क्षेत्रों में हुआ। मौतों के मामले अन्य राज्यों से जुड़े हैं।
सपा पर आरोप
सीएम योगी ने दावा किया कि बड़े होलसेलरों को लाइसेंस सपा शासनकाल (2016) में दिए गए थे। जांच में सपा से जुड़े लोगों के नाम और लोहिया वाहिनी से लिंक ट्रांजैक्शन सामने आए हैं। उन्होंने बिना नाम लिए अखिलेश यादव और राहुल गांधी पर तंज कसा – “देश में दो नमूने हैं, एक दिल्ली में और एक लखनऊ में” – जिस पर सदन में भारी हंगामा हुआ।
सरकार की कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 79 मामले दर्ज, 225 आरोपी नामजद, 78 गिरफ्तारियां और 134 फर्मों पर छापे मार चुके हैं। NDPS एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई होगी और समय आने पर बुलडोजर एक्शन भी चलेगा – “तब चिल्लाना मत”।
विपक्ष का हंगामा
सपा ने आरोपों को राजनीतिक बताया और सदन से वॉकआउट किया। नेता प्रतिपक्ष पर सीएम ने कहा कि उम्र के इस पड़ाव में सच बोलना चाहिए, लेकिन झूठ फैलाया जा रहा है।
यह मुद्दा यूपी में काफी गरम है और दोनों पक्षों के बीच सियासी जंग तेज हो गई है। जांच जारी है और SIT रिपोर्ट भी सीएम को सौंपी जा चुकी है।

