आगरा।  शिक्षा जगत के वरिष्ठ हस्ताक्षर और दामोदर इंटर कालेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. प्रमोद गोश्वामी के निधन से आगरा का शैक्षिक समुदाय गमगीन है। बुधवार सुबह बुलंद वेली स्थित उनके निजी निवास पर उनका निधन हो गया था। शुक्रवार को ताजगंज स्थित मोक्ष धाम पर उनका विधिवत अंतिम संस्कार किया गया, जहां बड़ी संख्या में पूर्व छात्र, शिक्षक और परिजन उपस्थित होकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

डॉ. गोश्वामी की चिता को मुखाग्नि उनके पुत्र विनय गोश्वामी ने दी, जो ऑस्ट्रेलिया के नागरिक हैं। अंतिम संस्कार के दौरान विनय सहित उनके अन्य पुत्र भी भावुक नजर आए। बाह/होलीपुरा से आए शिक्षकों, पूर्व छात्रों और सगे-संबंधियों की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और भी मार्मिक बना दिया।

लखनऊ से विशेष रूप से जुड़े पूर्व छात्र और अर्जुन अवॉर्ड विजेता विजय सिंह चौहान ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया। फोन पर विनय गोश्वामी से बातचीत के दौरान चौहान ने डॉ. गोश्वामी के साथ बिताए तत्कालीन दिनों के संस्मरण साझा किए। उन्होंने उन्हें ‘प्रतिभाओं को उचित अवसर प्रदान करने वाले मार्गदर्शक’ के रूप में याद किया और नमन किया। चौहान स्वयं दामोदर इंटर कालेज के पूर्व छात्र रह चुके हैं और एशियाड में भारत के पहले स्वर्ण पदक विजेता के रूप में विख्यात हैं। वे पूर्व खेल निदेशक के पद पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

डॉ. गोश्वामी के निधन पर पूर्व छात्रों ने भी एकजुट होकर शोक संदेश जारी किए। इनमें रमाकांत गुप्ता, सर्वेश शर्मा, अरुण शर्मा, प्रभाव चौधरी, विनय, रणवीर सिंह तोमर, आशुतोष, हृदय, शरद, शंकर देव, पी.के. मिश्रा, उमेश गुप्ता, गजेंद्र सिंह और कर्नल जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं। सभी ने सोशल मीडिया और व्यक्तिगत संदेशों के माध्यम से उनके योगदान को सलाम किया।

डॉ. प्रमोद गोश्वामी का आकस्मिक निधन न केवल दामोदर इंटर कालेज बल्कि पूरे आगरा के शैक्षिक परिवेश के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके सिद्धांतों और मार्गदर्शन की यादें हमेशा जीवित रहेंगी। परिवार के प्रति शोक संतप्त समुदाय की संवेदनाएं हैं।

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