कृषकों को नैनो यूरिया प्लस एवं नैनो डीएपी के लाभों की दी गई विस्तृत जानकारी

मथुरा।जनपद मथुरा स्थित इफको बाजार मंडी मथुरा में आज इफको नैनो यूरिया प्लस एवं इफको नैनो डीएपी पर आधारित किसान सभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जिले के प्रगतिशील कृषकों के साथ-साथ कृषि क्षेत्र से जुड़े अधिकारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री कुलदीप सिरोही (इफको मुख्यालय, नई दिल्ली) रहे, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. रविन्द्र कुमार राजपूत, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र मथुरा उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रगतिशील कृषक श्री अमर चंद्र कश्यप द्वारा की गई।

इस अवसर पर इफको एमसी एसएमओ श्री आयुष दीक्षित, इफको बाजार बिक्री अधिकारी श्री राहुल कुमार मिश्रा, तथा इफको मथुरा उप क्षेत्र प्रबंधक श्री सतबीर सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

उप क्षेत्र प्रबंधक श्री सतबीर सिंह ने सभी अतिथियों और किसानों का स्वागत करते हुए इफको द्वारा विकसित नैनो तकनीक आधारित उर्वरकों — नैनो यूरिया प्लस और नैनो डीएपी — की विशेषताओं पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ये उर्वरक न केवल फसल उत्पादन बढ़ाते हैं, बल्कि मृदा स्वास्थ्य, पर्यावरण और जल संसाधनों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करते हैं।

उन्होंने कहा कि पारंपरिक दानेदार खाद की तुलना में नैनो उर्वरक कम मात्रा में अधिक प्रभावी हैं और पौधों को आवश्यक पोषक तत्व सीधे पत्तियों के माध्यम से उपलब्ध कराते हैं, जिससे किसानों की लागत घटती है और उत्पादन में वृद्धि होती है।

मुख्य अतिथि डॉ. रविन्द्र कुमार राजपूत ने किसानों को जैव उर्वरक (Biofertilizer) एनपीके कंसोर्टिया के महत्व से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि रासायनिक खादों का अंधाधुंध उपयोग मिट्टी की उर्वरता को कम करता है, इसलिए नैनो और जैव उर्वरकों का संतुलित उपयोग सतत कृषि के लिए आवश्यक है।

विशिष्ट अतिथि श्री कुलदीप सिरोही ने अपने संबोधन में कहा कि आज खेती में तकनीकी क्रांति का समय है। किसानों को नई वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाकर खेती को लाभकारी बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इफको के नैनो उत्पाद देश की कृषि व्यवस्था में परिवर्तन का बड़ा कदम हैं।

कई प्रगतिशील किसानों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि नैनो यूरिया प्लस और नैनो डीएपी के प्रयोग से फसल की गुणवत्ता, उत्पादन और लाभ में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।

कार्यक्रम में लगभग 70 से 80 किसानों ने भाग लिया। इस अवसर पर एमडीई श्री कुलदीप चतुर्वेदी एवं एसएफए (हॉटस्पॉट) श्री दुर्गपाल की उपस्थिति भी सराहनीय रही।

अंत में सभी अतिथियों एवं किसानों का धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यक्रम का समापन किया गया।कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को नैनो उर्वरकों के उपयोग के प्रति जागरूक करना, रासायनिक खादों पर निर्भरता कम करना और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रेरित करना रहा।


राहुल गौड एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में कार्य करने का 10 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा में सक्रिय रहते हुए उन्होंने विभिन्न समाचार माध्यमों के लिए निष्पक्ष और प्रभावशाली रिपोर्टिंग की है। उनके कार्य में स्थानीय मुद्दों की गंभीर समझ और जनसरोकार से जुड़ी पत्रकारिता की झलक मिलती है।

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