दो दरोगाओं और दो बैंक मैनेजरों को फंसाया, फर्जी रेप केस से ऐंठे लाखों

कानपुर,18 नवंबर 2025(जिला नजर)।

प्यार का जाल बिछाकर करोड़ों उड़ाने वाली ‘लुटेरी दुल्हन’ दिव्यांशी का काला कारनामा अब खुल गया है। ग्वालटोली थाने में तैनात दरोगा आदित्य कुमार लोचव से चौथी शादी करने वाली इस महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके नाम पर खुले 10 बैंक खातों से 8 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जब्त हुई है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि दिव्यांशी ने दो बैंक अधिकारियों समेत 12 से अधिक लोगों को मोहब्बत के फंदे में फंसाया, नाजायज संबंध बनाए और फर्जी रेप केस ठोककर उनसे करोड़ों ऐंठे। चौंकाने वाली बात—इस गैंग में कई पुलिसकर्मी भी शामिल हैं, जिनके खातों में ट्रांजैक्शन का सिलसिला चला!

प्यार से शुरू, ब्लैकमेल से खत्म: एक खतरनाक साजिश

यह कहानी किसी बॉलीवुड फिल्म से कम नहीं लगती। कानपुर की रहने वाली दिव्यांशी ने अपनी खूबसूरती और मीठी बातों का सहारा लेकर एक के बाद एक पुरुषों को शिकार बनाया। सबसे पहले उसने दो बैंक मैनेजरों से शादी की—प्यार का नाटक रचकर। शादी के बाद फर्जी मुकदमे दर्ज कराए, दहेज और उत्पीड़न के नाम पर लाखों रुपये वसूले। फिर मेरठ में तैनात एक दरोगा को फंसाया, उसी फॉर्मूले से। लेकिन उसका आखिरी शिकार बना कानपुर का दरोगा आदित्य कुमार लोचव।

“वह इतनी चालाक थी कि हम सबको लगा, ये हमारी जिंदगी बदल देगी,” पुलिस पूछताछ में एक शिकार ने बताया। दिव्यांशी ने आदित्य से अप्रैल 2025 में शादी की, लेकिन जल्द ही ब्लैकमेल शुरू हो गया। फर्जी रेप केस की धमकी देकर पैसे ऐंठे, नाजायज संबंधों की वीडियो बनाईं। दबाव इतना बढ़ा कि आदित्य ने दो बार आत्महत्या का प्रयास किया। एक बार तो जहर खा लिया, लेकिन समय रहते परिवार ने बचा लिया।

8 करोड़ का काला खेल: पुलिसवालों के खाते भी फंसे

पुलिस की साइबर सेल ने दिव्यांशी के 10 खातों की तहकीकात की तो हैरान रह गई। इनमें 8 करोड़ 27 लाख रुपये से ज्यादा जमा थे। ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड्स से साफ हुआ कि पैसे दरोगा, इंस्पेक्टर और सीओ स्तर के पुलिस अधिकारियों के खातों में ट्रांसफर होते रहे। “यह कोई अकेली महिला का कारनामा नहीं, बल्कि एक सुनियोजित गैंग का हिस्सा है,” एसएसपी कानपुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा। “कई पुलिसकर्मी संलिप्त हैं, जिनकी पहचान चल रही है। गैंग के अन्य सदस्यों को भी जल्द पकड़ा जाएगा।”

जांच में सामने आया कि दिव्यांशी ने सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर शिकार चुने। बैंक मैनेजरों को ‘इनवेस्टमेंट स्कीम’ का लालच दिया, जबकि पुलिसवालों को ‘पत्नी बनने’ का सपना दिखाया। हर शादी के बाद फर्जी केस, ब्लैकमेल, और पैसे का फ्लो। कुल 12 से ज्यादा पीड़ितों की लिस्ट में डॉक्टर, बिजनेसमैन भी शामिल हैं।

पीड़ितों की जुबानी: ‘जिंदगी बर्बाद हो गई’

दरोगा आदित्य की पत्नी (दिव्यांशी से पहले की) ने बताया, “उसने घर में घुसकर सब कुछ छीन लिया। आदित्य डिप्रेशन में चले गए थे।” एक बैंक मैनेजर ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “मैंने अपनी सारी सेविंग्स गंवा दीं। वह राक्षसी है, जो प्यार के नाम पर लूट करती है।”

पुलिस का एक्शन: और खुलासे होने हैं बाकी

ग्वालटोली थाने की टीम ने दिव्यांशी को रिमांड पर लिया है। उसके फोन और लैपटॉप से और सबूत बरामद हो रहे हैं। एसपी साइबर ने चेतावनी दी, “ऐसे फर्जी प्रोफाइल्स से सावधान रहें। रिपोर्ट करें, ताकि और परिवार बर्बाद न हों।” कानपुर पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया: 100 या 112।

यह मामला न सिर्फ कानपुर, बल्कि पूरे देश के लिए सबक है। क्या ‘लुटेरी दुल्हन’ का गैंग सिर्फ यहीं सीमित था, या और शहरों में फैला है? जांच जारी है, और अगले अपडेट्स के लिए बने रहें।

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