लखनऊ: उत्तर प्रदेश में ग्रामीण रोजगार और आजीविका को मजबूत बनाने के लिए योगी सरकार ने नई पहल शुरू की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ‘विकसित भारत जी-राम-जी’ अभियान के तहत गांव-गांव चौपालें लगाकर लोगों को सरकारी योजनाओं, कौशल प्रशिक्षण और रोजगार अवसरों से जोड़ा जाएगा। लक्ष्य है कि हर परिवार तक काम और आय के साधन पहुंचें।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि विकास योजनाएं कागजों तक सीमित न रहें, बल्कि जमीनी स्तर पर लाभ पहुंचे। इसके लिए पूरे प्रदेश में जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा। पंचायत भवनों, सामुदायिक केंद्रों, सरकारी दफ्तरों और ग्राम सभाओं में पोस्टर, बैनर व दीवार लेखन से योजनाओं का प्रचार होगा।
चौपालों से रोजगार की गारंटी
अभियान में ‘विकसित भारत गारंटी रोजगार और आजीविका मिशन (ग्रामीण)’ यानी वीबी-जी राम जी अधिनियम 2025 को प्रभावी बनाने पर फोकस है। यह केंद्र का नया कानून है, जो मनरेगा की जगह लेगा और ग्रामीण परिवारों को सालाना 125 दिन (पहले 100 दिन) रोजगार गारंटी देगा। चौपालों पर ग्रामीणों को योजनाओं, उपलब्ध कार्यों और अधिकारों की जानकारी मिलेगी। घर-घर संपर्क से हर पात्र व्यक्ति तक लाभ पहुंचाया जाएगा।
जनभागीदारी से प्राथमिकताएं
प्रचार के लिए स्कूलों, रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर भी सूचना सामग्री लगेगी। चौपालों से ग्रामीण अपनी जरूरतें और सुझाव सीधे प्रशासन तक पहुंचा सकेंगे, जिससे रोजगार निर्णयों में जन भागीदारी बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री योगी का मानना है कि विकसित भारत तभी संभव जब गांव आत्मनिर्भर हों और हर हाथ को काम मिले। यह अभियान ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत कर आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करेगा।

