मथुरा। थाना कोतवाली पुलिस ने सरकारी फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से फर्जी प्रमाण पत्र तैयार करने में प्रयुक्त कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए हैं।

पुलिस के अनुसार, 23 दिसंबर 2025 को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर रेलवे ग्राउंड धौली प्याऊ से चारों आरोपियों को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वे फर्जी दस्तावेज तैयार करने में संलिप्त थे। आरोपी जन्म प्रमाण पत्र सहित अन्य सरकारी दस्तावेज तैयार कर लोगों से मनमानी रकम वसूलते थे।

गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम जितेन्द्र, हरिओम, धीरज और अभिषेक बताए गए हैं। सभी आरोपी मथुरा जनपद के अलग-अलग क्षेत्रों के निवासी हैं और पूछताछ में यह बात सामने आई है कि वे काफी समय से इस अवैध गतिविधि में लिप्त थे।

सीओ सिटी आशना चौधरी ने पत्रकार वार्ता में बताया कि जिला अस्पताल के सामने गौडिया मठ के पीछे हरिओम पुत्र लाखाराम की ओम साइबर कैफे नाम से दुकान थी, जहां लंबे समय से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए जा रहे थे। उन्होंने यह भी बताया कि अभिषेक नामक आरोपी किसी अधिकारी के संपर्क में था, जिसके माध्यम से वह ओटीपी प्राप्त कर इस अवैध कार्य को अंजाम देता था। फर्जी जन्म प्रमाण पत्रों में छाता तहसील के अंतर्गत गांव गौहेता सतवीसा और फालेन के पते दर्शाए जाते थे।

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक सीपीयू, एक कलर प्रिंटर, दो लैपटॉप, एक कंप्यूटर, चार मोबाइल फोन, सात जन्म प्रमाण पत्रों की फोटो कॉपी और 910 रुपये नकद बरामद किए हैं। इस मामले में थाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर द्वारा आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

राहुल गौड एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में कार्य करने का 10 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा में सक्रिय रहते हुए उन्होंने विभिन्न समाचार माध्यमों के लिए निष्पक्ष और प्रभावशाली रिपोर्टिंग की है। उनके कार्य में स्थानीय मुद्दों की गंभीर समझ और जनसरोकार से जुड़ी पत्रकारिता की झलक मिलती है।

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