कासगंज: उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले के सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के कायमपुर गांव में भंडारे का बचा हुआ खाना खाने से 300 से ज्यादा लोग फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए। बीमार लोगों को जिला अस्पताल, गंजडुंडवारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सिढ़पुरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और निजी चिकित्सकों के पास भर्ती कराया गया है। स्वास्थ्य विभाग और खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमें गांव में पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने में जुटी हैं।
भंडारे के बाद बिगड़ी तबीयत
ग्रामीणों के अनुसार, कायमपुर गांव के हनुमान मंदिर पर चंदा इकट्ठा कर रविवार को कथा का आयोजन किया गया था। कथा के समापन पर भंडारा हुआ, जिसमें गांव के लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। सोमवार को भंडारे का बचा हुआ खाना बांटा गया। इसे खाने के बाद लोगों को उल्टी, दस्त और पेट दर्द की शिकायत शुरू हुई। सोमवार रात तक हालत बिगड़ने पर मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
स्वास्थ्य विभाग का राहत कार्य
फूड पॉइजनिंग की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। मंगलवार सुबह से टीमें गांव में डेरा डालकर मरीजों की जांच और उपचार में जुटी हैं। गंभीर हालत वाले मरीजों को एंबुलेंस से अस्पतालों में भेजा जा रहा है। जिला अस्पताल से लेकर निजी क्लीनिकों तक मरीजों की भीड़ है। स्वास्थ्य विभाग प्रभावित लोगों का सटीक आंकड़ा जुटाने में लगा है, लेकिन प्रारंभिक अनुमान के अनुसार 300 से ज्यादा लोग बीमार हैं।
खाद्य सुरक्षा विभाग की जांच
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम भी गांव पहुंच गई है और भंडारे के खाने के नमूने एकत्र कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में खाने के खराब होने की आशंका जताई जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में शायद ही कोई घर बचा हो जहां कोई बीमार न हो। कई मरीजों का इलाज चारपाई पर ही किया जा रहा है।
ग्रामीणों में दहशत
गांव में चारों ओर मरीजों की चारपाई नजर आ रही है। एक ग्रामीण ने बताया, “हर घर में कोई न कोई बीमार है। भंडारे का खाना खाने के बाद यह स्थिति बनी है।” प्रशासन ने प्रभावित लोगों को तत्काल चिकित्सा सुविधा और राहत प्रदान करने का आश्वासन दिया है।