आगरा। आगरा कमिश्नरेट की मुख्य एसओजी के प्रभारी और 6 पुलिसकर्मियों को पूर्वी जोन में ट्रांसफर किया गया है। इनके पूर्वी जोन में ट्रांसफर किए जाने से खलबली मच गई है। कार्रवाई के पीछे चर्चाएं हैं कि सिकंदरा में ज्वेलर्स हत्याकांड में हत्यारोपी के सरेंडर किए जाने पर यह कार्रवाई हुई है। क्योंकि एसओजी उसे पकड़ नहीं पाई थी। कुछ और पुलिसकर्मियों पर भी गाज गिरने की संभावनाएं हैं।

शहर के व्यस्त बाजार कारगिल चौराहा (सिकंदरा) पर दो मई को बाइक से आए नकाबपोश दो बदमाशों ने बालाजी ज्वेलर्स के शोरूम में घुसकर आभूषण लूटने के बाद सराफ योगेश चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। 6 मई को पुलिस ने मुठभेड़ में मुख्य आरोपी बिचपुरी के मघटई के रहने वाले अमन को ढेर किया था। दूसरा हत्यारोपी फारुख फरार था। एसओजी और थाना पुलिस उसे साढ़े तीन महीने में भी नहीं पकड़ पाई। कुछ दिनों पहले बड़ी आसानी से उसने न्यायालय में आत्मसमर्पण भी कर दिया। इसके बाद आगरा के पुलिस अधिकारी एसओजी और थाना पुलिस पर नाराज थे। इसके पीछे कारण यह था कि पुलिस की जमकर किरकिरी हो रही थी। चर्चाएं यह भी थी कि फारूख जगदीशपुरा, सिकंदरा क्षेत्र में भी घूमते हुए देखा गया था।

पुलिस की जानकारी में यह बात थी, लेकिन फिर भी वह उसे नहीं पकड़ रही थी। जबकि पुलिस अधिकारी चाहते थे एसओजी उसे गिरफ्तार करे। अपर पुलिस आयुक्त रामबदन सिंह ने एसओजी प्रभारी जैकब फर्नांडिस का पूर्वी जोन में तबादला कर दिया है। इनके अलावा हेड कांस्टेबल वीरेंद्र, कांस्टेबल राकुल, राजीव पराशर, मानवेंद्र उपाध्याय, आमिर खान को पूर्वी जोन में भेजा गया है। इसके अलावा दो दिन पहले पुलिस आवास पर सर्विलेंस सेल में तैनात रोहित यादव, अरुण कुमार, आशीष शर्मा, अभिषेक को भी पूर्वी जोन में भेजा गया था। इधर एसओजी के जो पुलिसकर्मी पूर्वी जोन में भेजे गए हैं वह उन पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं जो फेल साबित हुए हैं।

Exit mobile version