फतेहाबाद/आगरा: उटंगन नदी एक बार फिर उफान पर है, जिससे आसपास के गाँवों के किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है। नदी का बढ़ा हुआ जलस्तर शाहवेद, नंदापुरा, भोगपुरा, बीलपुरा, बिहारी, नागर, सालूवाई, जयसिंगावाई, बरना, रिहावली और सिलावली समेत दर्जनों गाँवों की फसलों को चौपट कर चुका है।

खेतों में लगी धान, बाजरा और सब्ज़ियों की फसलें पानी में डूबने से किसान हताश और परेशान नज़र आ रहे हैं। जिन खेतों में कुछ दिन पहले हरी-भरी फसल लहलहा रही थी, वहाँ अब सिर्फ पानी और तबाही का मंजर दिखाई दे रहा है।

ग्रामीणों का कहना है कि लगातार हो रहे नुकसान से परिवार का खर्च, बच्चों की पढ़ाई और अगली फसल की तैयारी सब पर संकट खड़ा हो गया है। उटंगन के उफान ने किसानों के चेहरों की मुस्कान छीन ली है और उनकी आँखों में सिर्फ चिंता और बेबसी नज़र आ रही है।वही जोनेश्वर यमुना घाटकी सभी सीढ़ियां डूब गई हैं यमुना का पानी भोलपुरा गांव की ओर तेजी से बढ़ रहा है जिससे जमुना किनारे खड़ी किसने की बाजार की फसल पूरी तरह पानी में डूब गई है अगर इसी प्रकार .यमुना में जल स्तर बढ़ाने की रफ्तार जारी रही तो यमुना घाट जाने वाला मार्ग पूरी तरह जल मग्न हो जाएगा।

  • रिपोर्ट- सुशील गुप्ता

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