बस्ती। दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के सामने हुए बम धमाके में मारे गए आम नागरिकों के दिवंगत आत्मा की शांति और आतंकवाद के खात्मे हेतु गुरूवार की शाम को कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ चौधरी के नेतृत्व में कैंडल मार्च निकाला गया। रोडवेज तिराहा स्थित शहीदे आजम भगत सिंह प्रतिमा के निकट कैन्डिल मार्च संक्षिप्त सभा के साथ सम्पन्न हुआ। कांग्रेस के अनेक कार्यकर्ता पदाधिकारी एवं आम जनमानस इसमें शामिल हुए। सभी लोगों ने दिवंगत आत्मा की शांति हेतु एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि समर्पित किया। इस दौरान भीड़ ने आतंकवाद मुर्दाबाद और आतंकियों को गिरफ्तार करो के नारे लगाए।
कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ चौधरी ने कहा कि कायरतापूर्ण बम कांड का हम लोग घोर निंदा करते हैं। हम सब भारत सरकार से मांग करते हैं कि इस कायरतापूर्ण कार्य करने वालों के खिलाफ जांच कमेटी बैठाते हुए इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाए। जिससे इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न होने पाए। कहा कि देश की राजधानी दिल्ली के लालकिले के पास आतंकवादियों ने जिस प्रकार से हमले का दुस्साहस किया उसने सुरक्षा तैयारियों की पोल खोल कर रख दिया है। जब राजधानी दिल्ली में ही लोग सुरक्षित नहीं हैं तो बाकी देश तो भगवान भरोसे है। कहा कि यह घटना सुरक्षा ऐजेन्सियों की चूक को भी दर्शाता है। मांग किया कि दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाय।
कैन्डिल मार्च में मुख्य रूप से साधु शरण आर्य, रफीक खान, शौकत अली नन्हू, राम बच्चन भारती, डा. वाहिद अली सिद्दीकी, अलीम अख्तर ,विनय तिवारी, गुड्डू सोनकर ,राहुल चौधरी,राम धीरज चौधरी, शुभम, दूधनाथ, मनीष, इम्तियाज राईन,आनंद कुमार,लालजी शर्मा, मो अहमद, मो नसीम,अमित श्रीवास्तव, अमय पाठक,विश्वजीत, अनुज पाण्डेय, राकेश पाण्डेय ‘गांधियन’ के साथ ही कांग्रेस के अनेक नेता, पदाध्किारी और स्थानीय नागरिक शामिल रहे।
कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ चौधरी ने कहा कि कायरतापूर्ण बम कांड का हम लोग घोर निंदा करते हैं। हम सब भारत सरकार से मांग करते हैं कि इस कायरतापूर्ण कार्य करने वालों के खिलाफ जांच कमेटी बैठाते हुए इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाए। जिससे इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न होने पाए। कहा कि देश की राजधानी दिल्ली के लालकिले के पास आतंकवादियों ने जिस प्रकार से हमले का दुस्साहस किया उसने सुरक्षा तैयारियों की पोल खोल कर रख दिया है। जब राजधानी दिल्ली में ही लोग सुरक्षित नहीं हैं तो बाकी देश तो भगवान भरोसे है। कहा कि यह घटना सुरक्षा ऐजेन्सियों की चूक को भी दर्शाता है। मांग किया कि दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाय।
कैन्डिल मार्च में मुख्य रूप से साधु शरण आर्य, रफीक खान, शौकत अली नन्हू, राम बच्चन भारती, डा. वाहिद अली सिद्दीकी, अलीम अख्तर ,विनय तिवारी, गुड्डू सोनकर ,राहुल चौधरी,राम धीरज चौधरी, शुभम, दूधनाथ, मनीष, इम्तियाज राईन,आनंद कुमार,लालजी शर्मा, मो अहमद, मो नसीम,अमित श्रीवास्तव, अमय पाठक,विश्वजीत, अनुज पाण्डेय, राकेश पाण्डेय ‘गांधियन’ के साथ ही कांग्रेस के अनेक नेता, पदाध्किारी और स्थानीय नागरिक शामिल रहे।

