आगरा: अफ्रीकी देश कैमरून में फंसे आगरा के धीरज जैन को लेकर परिजन चिंतित हैं। वहीं, अब मामले में धीरज की कंपनी ने भी अपना पक्ष रखा है। कंपनी की ओर से जारी किए वीडियो में धीरज जैन पर ही वित्तीय धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं।
कंपनी के एचआर ने बताया कि मामला कोर्ट में है। जो भी बयान धीरज जैन की ओर से जारी किए जा रहे हैं, वह गलत हैं। परिवार का पूरा सहयोग किया जा रहा है।
वहीं, दयालबाग के खासपुर निवासी धनपाल जैन ने बताया कि उनका बेटा पुणे की एक ट्रैवल्स कंपनी में नौकरी करता था। कंपनी का कांट्रैक्ट खत्म हो गया। इसके बाद उन्हें वापस भारत नहीं आने दिया। उनके वीजा और पासपोर्ट जब्त कर लिए। पिछले साल बेटे और कंपनी के ड्राइवर के साथ लूट हुई थी।
इसकी उन्होंने लोकल पुलिस को रिपोर्ट लिखा दी। धीरज जैन और कार चालक ने अपने बयान दर्ज कराए। इसके बाद वह भारत वापस आ गया। फिर से कैमरून गया। उसी कंपनी में नौकरी की। लेकिन जब उसका कांट्रैक्ट खत्म हो गया। वह देश लौटने को हुआ तो कंपनी के कर्मचारियों ने बेटे और बच्चों के पासपोर्ट और वीजा जब्त कर लिए। उसके घर की बिजली और पानी काट दी। कंपनी ने तीन महीने का वेतन रोक दिया। इससे वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा है।
धनपाल जैन ने बताया कि कंपनी के मालिक अनिल चंदरानी, मैनेजर दिलीप पेशवानी, मनीष ठाकुर और चंद्रप्रकाश अलवानी बेटे को परेशान कर रहे हैं। उन्होंने चालक के बयान बदलवाकर चोरी का आरोप बेटे पर लगाकर उसे फंसा दिया है।

