आगरा। हाथरस रोड पर टेढ़ी बगिया क्षेत्र में स्थित उजाला कोल्ड स्टोरेज में शुक्रवार शाम को अमोनिया गैस होने से भारी दहशत फैल गई। यहां मौजूद कर्मचारियों को तुरंत हटाया गया और निकट की बस्ती को भी खाली कराया गया। फायर ब्रिगेड को इस गैस रिसाव को बंद करने में डेढ़ घंटे तक मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान फायर ऑफिसर और सहयोगी कर्मी की चपेट में आ गए। उन्हें चिकित्सकों के पास ले जाना पड़ गया।

फायर स्टेशन संजय प्लेस के एफएसओ सोमदत्त सोनकर ने बताया कि उन्हें शाम चार बजकर पांच मिनट पर टेढ़ी बगिया स्थित मनीष बंसल के शीतगृह में अमोनिया गैस के रिसाव की सूचना मिली। बीस मिनट में वे फायर ब्रिगेड की टीम के साथ मौके पर पहुंच गए और गैस रिसाव को रोकने के प्रयास शुरू कर दिए। शीतगृह में अमोनिया गैस के दो पाइप थे, जिनमें से एक का वाल्व लीक होने से गैस रिसाव बेहद तेज गति से हो रहा था।

फायर ब्रिगेड ने तुरंत ही शीतगृह के कर्मचारियों को बाहर निकाला। शीतगृह की दीवार से लगी बस्ती को भी ऐहतियातन खाली कराया गया। गैस के तेजी से फैलने के कारण लोग दहशत में आ गए। फायर ब्रिगेड को गैस रिसाव को रोकने में चार ब्रीदिंग एनालाइजर सेट का इस्तेमाल करना पड़ा.

मुंह पर सेफ्टी मास्क पहने होने के बावजूद अग्निशमन कर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी और वाल्व बंद कर गैस रिसाव रोकने में डेढ़ घंटे का समय लग गया। इन प्रयासों में एफएसओ सोमदत्त सोनकर और उनके सहयोगी रामकेश गैस की चपेट में आ गए, सांस लेने में परेशानी होने पर उन्हें चिकित्सकों से आवश्यक उपचार दिलाया गया।

फायर ब्रिगेड के युद्धस्तर पर कार्य करने से एक बड़ा हादसा टल गया। फिलहाल, अमोनिया गैस रिसाव के कारणों की गहराई से जांच की जा रही है। एफएसओ सोमदत्त सोनकर ने बताया कि बचाव कार्य के दौरान शीतगृह मे अग्निशमन उपकरण काम नहीं कर रहे थे।

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