अलीगढ़: जिले के खेरेश्वर चौराहे पर 26 सितंबर को टीवीएस बाइक शोरूम मालिक अभिषेक गुप्ता की गोली मारकर हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। मृतक के पिता नीरज गुप्ता ने दावा किया है कि अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव और महामंडलेश्वर पूजा शकुन पांडेय के उनके बेटे के पास कुछ ‘गंभीर राज’ थे, जिन्हें सार्वजनिक होने का डर पूजा को सता रहा था। इसी रंजिश में पूजा ने हत्या की साजिश रची। पुलिस ने पूजा के पति अशोक पांडेय और दो शूटरों मोहम्मद फजल व आसिफ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन मुख्य आरोपी पूजा शकुन अभी फरार है। नाराज परिवार ने पुलिस पर कार्रवाई में ढिलाई का आरोप लगाते हुए आत्महत्या की धमकी दी है।

पिता का दर्दभरा बयान: रिश्तों से शुरू हुई रंजिश

अभिषेक के पिता नीरज गुप्ता ने रविवार को बेटे का मोबाइल पुलिस से प्राप्त कर मीडिया को बताया कि अभिषेक और पूजा शकुन के बीच छह साल से गहरे रिश्ते थे। दोनों अक्सर साथ नजर आते थे, और इसी कारण पूजा ने अभिषेक की शादी नहीं होने दी। रिश्तों में पार्टनरशिप विवाद को लेकर दूरी बनने पर पूजा ने रिश्ते जोड़ने का दबाव बनाया। जब अभिषेक ने कॉल्स इग्नोर कर नंबर ब्लॉक कर दिया, तो पूजा को डर सताने लगा कि अभिषेक उसके ‘राज’ (सामाजिक-राजनीतिक जीवन को प्रभावित करने वाले रहस्य) उजागर कर सकता है। नीरज ने कहा, “पूजा को लगा कि अगर ये राज बाहर आए, तो उसका राजनीतिक करियर खत्म हो जाएगा। इसलिए उसने हत्या करा दी।” नीरज सोमवार को एसएसपी से मिलने की योजना बना रहे हैं, जहां पूजा की गिरफ्तारी पर चर्चा होगी।

गिरफ्तारियां और साजिश का खुलासा

पुलिस ने शूटरों की पूछताछ से सनसनीखेज खुलासा किया कि पूजा और अशोक ने 3 लाख रुपये की सुपारी देकर हत्या कराई। शूटर फजल ने कबूल किया कि पूजा ने अभिषेक की फोटो, उसके रूट और होटल की जानकारी देकर हत्या का आदेश दिया। पहले दो हमले भी इसी साजिश का हिस्सा थे। अशोक पांडेय पहले ही जेल में हैं, जबकि शूटरों को 1 लाख एडवांस मिला था। पुलिस ने सीसीटीवी और मुखबिरों की मदद से केस सॉल्व किया। एसएसपी नीरज जादौन ने बताया कि पूजा के फोन रिकॉर्ड्स से रिश्तों की पुष्टि हुई है।

फरार पूजा: सोशल मीडिया पर ‘राक्षस वध’ की पोस्ट, अखाड़े से निष्कासन

पूजा शकुन पांडेय, जो निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर थीं, अब फरार हैं। अखाड़ा परिषद ने उन्हें पद से निष्कासित कर दिया, क्योंकि उनके कृत्यों से संस्था की छवि खराब हुई। पूजा ने गांव कचौरा में वृद्धाश्रम बनवाया है, लेकिन गणेश चतुर्थी पर भी परिवार से दूरी बनाए रखी। 23 सितंबर को उनकी आखिरी सोशल मीडिया पोस्ट ‘जीवन मरण मां के नाम’ और ‘राक्षस वध’ का आह्वान थी, जिसके बाद वे गायब हो गईं। पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित कर NBW जारी किया है। टीमें यूपी, राजस्थान, एमपी, हरिद्वार और दिल्ली में दबिश दे रही हैं, लेकिन कोई सुराग नहीं। एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक ने कहा, “हर संभव प्रयास जारी है, जल्द गिरफ्तारी होगी।” संपत्ति कुर्की की तैयारी भी चल रही है।

परिवार का गुस्सा: आत्महत्या की धमकी, ग्रामीणों की बुलडोजर की मांग

परिवार पुलिस की कार्रवाई से नाराज है। नीरज ने पत्नी और बेटे संग आत्महत्या की चेतावनी दी, कहते हुए, “पूजा के न पकड़े जाने से न्याय नहीं मिल रहा।” कचौरा गांव में ग्रामीण पूजा के ‘श्रीराम भवन’ पर बुलडोजर चलाने की मांग कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रेम-प्रसंग, ब्लैकमेल और सुपारी किलिंग जैसे केसों में सख्ती जरूरी है।

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