आगरा: आगरा के सदर क्षेत्र में एक महिला से चेन स्नेचिंग की घटना को दबाने के आरोप में चौकी प्रभारी रामभूल को डीसीपी सिटी सैयद अली अब्बास ने बृहस्पतिवार को निलंबित कर दिया। पीड़िता सपना के बार-बार चक्कर लगाने पर 6 दिन बाद चोरी की धारा में केस दर्ज किया गया, जबकि उच्चाधिकारियों को घटना की जानकारी नहीं दी गई। यह कार्रवाई डेली क्राइम रिपोर्ट की जांच के दौरान सामने आई। इसी बीच, पालीवाल पार्क में हाल ही में हुई एक शिक्षिका से चेन छीनने की घटना में भी पुलिस एक सप्ताह बाद बदमाशों को पकड़ नहीं पाई है।
चेन स्नेचिंग दबाने का मामला: सपना की शिकायत
- घटना का विवरण: मधु नगर, सदर निवासी सपना 23 अक्टूबर को सदर बाजार जा रही थीं। तभी बाइक सवार दो बदमाशों ने पीछे से आकर उनके गले से चेन छीन ली। सपना ने शोर मचाया और पीछा भी किया, लेकिन बदमाश फरार हो गए। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आश्वासन दिया कि सीसीटीवी फुटेज से बदमाशों को पकड़ा जाएगा।
- चौकी प्रभारी की लापरवाही: सदर चौकी प्रभारी सीओडी रामभूल ने घटना को दबा दिया। उच्चाधिकारियों को जानकारी नहीं दी, न ही कोई स्पेशल टीम लगाई। 29 अक्टूबर को, पीड़िता के बार-बार आने पर चोरी की धारा (आईपीसी 379) में केस दर्ज किया। तहरीर में लिखवाया गया कि आरएमओ चौराहे के पास चेन “चोरी” हो गई, जबकि यह स्नेचिंग थी।
- कार्रवाई: डीसीपी सिटी सैयद अली अब्बास ने डेली क्राइम रिपोर्ट चेक की तो संदेह हुआ। थाना प्रभारी से पूछा, तो पता चला कि स्नेचिंग को चोरी में बदल दिया गया। डीसीपी ने कहा, “महिला के गले से चेन कैसे चोरी हो सकती है?” चौकी प्रभारी को निलंबित कर स्पष्टीकरण मांगा गया। विभागीय जांच चल रही है।
पालीवाल पार्क लूट: शिक्षिका पर वारदात, पुलिस फेल
- घटना: हाल ही में पालीवाल पार्क के गेट पर एक शिक्षिका से बाइक सवार बदमाशों ने चेन छीन ली। पीड़िता ने पीछा किया, लेकिन बदमाश भाग निकले। छींटे मारने से गले पर चोट लगी। सीसीटीवी में दो बदमाश नजर आए, जो फिरोजाबाद के होने की आशंका है। ये पहले भी ऐसी वारदातों में शामिल रहे।
- पुलिस की स्थिति: शिकायत के बावजूद एक सप्ताह बीत गया, लेकिन बदमाश गिरफ्तार नहीं हुए। पुलिस तलाश में जुटी है, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली। यह घटना सदर क्षेत्र की बढ़ती स्नेचिंग की श्रृंखला का हिस्सा लग रही है।
पिछले मामले: पुलिस पर सवालों की बौछार
यह पहला मामला नहीं है जब आगरा पुलिस ने अपराध दबाने की कोशिश की। पूर्व में बालूगंज चौकी पर लूट कवर-अप के लिए प्रभारी समेत 8 पुलिसकर्मी निलंबित हो चुके हैं। साइबर थाना प्रभारी की अनुपस्थिति पर भी निलंबन हुआ। हाईकोर्ट में गलत हलफनामा देने पर सदर थाना प्रभारी समेत 4 निलंबित। जुआरियों से रिश्वत लेने पर भी कार्रवाई हुई। इन घटनाओं से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।

