आगरा: नगला पदी के पटपरी इलाके में दीवाली की रात लगी आग ने एक हार्डवेयर दुकान और उसके ऊपरी मंजिलों को राख कर दिया। दुकान संचालिका पूनम चौरसिया को 30 लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग का कारण बताया जा रहा है, जो हार्डवेयर सामान और पेंट के डिब्बों से तेजी से भड़क उठी।

आग की शुरुआत और फैलाव

दुकान में रखे हार्डवेयर सामान, पेंट और अन्य ज्वलनशील वस्तुओं के कारण आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। जब तक पड़ोसियों को पता चला, लपटें पहली मंजिल तक पहुंच चुकी थीं। दुकान के ऊपर दो मंजिलें आवासीय हैं, लेकिन सौभाग्य से उस समय घर में कोई नहीं था। पूनम चौरसिया दीवाली मनाने अपनी बहन के घर चली गई थीं। सुबह साढ़े आठ बजे पड़ोसियों ने उन्हें फोन कर सूचना दी।

फायर ब्रिगेड की मशक्कत

सूचना मिलते ही आसपास के लोग आग बुझाने में जुट गए। फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां तुरंत पहुंचीं, लेकिन आग पर काबू न पाने पर तीसरी गाड़ी बुलानी पड़ी। फायरकर्मियों ने पहले बाहर से पानी की बौछारें मारकर लपटों को नियंत्रित किया, फिर सीढ़ी लगाकर अंदर घुसकर आग को पूरी तरह बुझाया। इस दौरान मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई, जिसे पुलिस ने नियंत्रित करने में मशक्कत की।

संकरी गलियों में चुनौतीपूर्ण इलाका

पटपरी इलाका घनी आबादी वाला और संकरी गलियों से भरा है, जिसने बचाव कार्य को और कठिन बना दिया। दिलचस्प बात यह है कि दीवाली से ठीक पहले न्यू आगरा पुलिस ने इसी दुकान पर छापा मारकर अवैध आतिशबाजी का जखीरा जब्त किया था। अगर वह सामान अभी भी वहां होता, तो अग्निकांड और भयानक हो सकता था।

संचालिका की व्यथा

अकेले दुकान संभाल रही पूनम चौरसिया के माता-पिता का देहांत हो चुका है, और उनकी शादीशुदा बहनें नगला पदी में ही रहती हैं। बीती रात दुकान देर तक खुली रही थी, उसके बाद वे बहन के घर चली गईं। पूनम ने बताया, “घर में क्या-क्या नुकसान हुआ है, देखकर ही पता चलेगा। दुकान का सामान पूरी तरह जल गया।” खबर लिखे जाने तक फायर ब्रिगेड के जवान आग के अवशेषों को साफ करने में लगे थे।

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