आगरा। आगरा के सैंया क्षेत्र में  एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। पंडित मूंगाराम बाबूजी इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली कक्षा 11वीं की छात्रा को सिर्फ इसलिए स्कूल गेट पर रोक दिया गया, क्योंकि वह रोज की तरह दो चोटी बनाकर नहीं पहुंची थी। छात्रा ने बताया कि उसने जल्दी में एक ही चोटी बनाई थी, पर यह मामूली-सी बात उसके लिए दर्दनाक अनुभव बन गई।

छात्रा के अनुसार जैसे ही वह स्कूल गेट पहुंची, ड्यूटी पर मौजूद शिक्षक ने उसे रोक लिया। उसी दौरान स्कूल के प्रबंधक श्रीभगवान शर्मा और उनकी पत्नी भी वहां पहुंच गए। उन्होंने छात्रा के लेट आने और दो चोटी न बनाने पर कड़ी फटकार लगाई। छात्रा ने सफाई दी कि वह नियम भूल गई थी, लेकिन प्रबंधक दंपत्ति  ने उसकी बात सुनने के बजाय मारपीट शुरू कर दी।

पीड़िता ने बताया कि प्रबंधक की पत्नी ने मेरे बाल पकड़ लिए और खींचने लगीं। प्रबंधक ने मुझे ज़ोरदार थप्पड़ मारा। तभी एक टीचर आए और मेरे चेहरे पर लोटा दे मारा। देखते ही देखते मेरे नाक और कान से खून बहने लगा। घबराई छात्रा ने रोते हुए अपने पिता को फोन किया। कुछ ही मिनटों में परिवारजन स्कूल पहुंचे। उन्होंने देखा कि बेटी खून से लथपथ दर्द में कराह रही थी। उसकी हालत बिगड़ती देख उसे पहले सैंया के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने तुरंत एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। मेडिकल कॉलेज पहुंचते ही छात्रा बेहोश हो गई।

छात्रा के भाई अमित तोमर ने स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि मेरी बहन ने सिर्फ दो चोटी नहीं बनाई थी, इसके लिए उसकी जान लेने पर तुल गए। ऐसे शिक्षकों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। रोज नए नियम थोपने वाले स्कूल को सीज किया जाए। हमने पुलिस में शिकायत दे दी है।

परिवार की शिकायत पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गुस्सा है। माता-पिता का कहना है कि अनुशासन के नाम पर किसी भी बच्चे के साथ हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

दैनिक जिला नज़र – (नजरिया सच का) प्रिंट & सोशल मीडिया न्यूज़ नेटवर्क दैनिक जिला नज़र सत्यनिष्ठ पत्रकारिता और जनपक्षीय विचारधारा का विश्वसनीय मंच है। हम समाचारों को केवल प्रसारित नहीं करते—बल्कि उन्हें प्रमाणिकता, नैतिकता और गहन विवेक के साथ पाठकों तक पहुँचाते हैं। स्थानीय सरोकारों से लेकर राष्ट्रीय मुद्दों तक, हर सूचना को हम निष्पक्ष दृष्टि, आधुनिक संपादकीय मानकों और जिम्मेदार मीडिया आचरण के साथ प्रस्तुत करते हैं। प्रिंट की गरिमा और डिजिटल की गति—दोनों का संतुलित संगम है "जिला नज़र"। हमारा ध्येय है— सत्य को स्वर देना, समाज को दिशा देना। दैनिक जिला नज़र जहाँ समाचार विश्वसनीयता की भाषा बोलते हैं।

error: Content is protected !!
Exit mobile version