नेल्लोर/एजेंसी। आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया है। यहां एक बालू से लदे तेज रफ्तार ट्रक ने एक कार को जोरदार टक्कर मार दी, जिसमें एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौके पर ही मौत हो गई। मरने वालों में एक 15 साल की मासूम लड़की भी शामिल है। पुलिस के अनुसार, कार सवार लोग नेल्लोर शहर के निवासी थे और वे आत्मकुर सरकारी अस्पताल में भर्ती अपने रिश्तेदार को देखने के लिए जा रहे थे। यह हादसा संगम मंडल के पास पेरमाना गांव के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोपहर करीब 11 बजे हुआ।
हादसे की पूरी जानकारी
पुलिस ने बताया कि ट्रक चालक गलत दिशा से आ रहा था और उसकी रफ्तार बेहद तेज थी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रक ने कार को कई मीटर तक घसीट लिया, जिससे कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। सभी सातों यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में चार पुरुष, दो महिलाएं और एक बच्ची शामिल हैं। पुलिस ने मृतकों की पहचान की है, जिनमें तल्लुर राधा (38 वर्ष), श्रीनिवासुलु (40 वर्ष), सेशम सरम्मा (40 वर्ष), वेंगैया (45 वर्ष) और नलगोंडा लक्ष्मी (30 वर्ष) के नाम शामिल हैं। शेष दो मृतकों की पहचान अभी बाकी है।
ट्रक चालक हादसे के बाद मौके से फरार हो गया और वाहन को सड़क पर ही छोड़ दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और चालक की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है। जांच में पता चला है कि ट्रक अवैध तरीके से बालू लादकर ले जाया जा रहा था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि ट्रक एंडोवमेंट्स मंत्री अनाम रामनारायण रेड्डी के एक अनुयायी का है, जो अप्परावपालेम रीच से नेल्लोर तक बालू का परिवहन कर रहा था। इस घटना ने अवैध रेत खनन और ओवरलोडेड वाहनों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
परिवार का दर्दनाक सफर
परिवार के सदस्य नेल्लोर शहर से आत्मकुर सरकारी अस्पताल की ओर जा रहे थे। वे एक रिश्तेदार को देखने के लिए निकले थे, लेकिन रास्ते में यह भयावह दुर्घटना हो गई। स्थानीय निवासियों ने हादसे के बाद गुस्सा जाहिर करते हुए सख्त यातायात नियमों की मांग की है। उन्होंने ओवरलोडेड और तेज रफ्तार ट्रकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जो अक्सर इस क्षेत्र में हादसों का कारण बनते हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और मांगें
वाईएसआरसीपी प्रमुख वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने इस हादसे पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने परिवार के प्रति संवेदना जताते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से सख्ती बरतने और भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने की अपील की। विपक्ष ने भी अवैध रेत खनन को लेकर सरकार पर निशाना साधा है।
नेल्लोर में बढ़ते हादसे: एक चिंताजनक ट्रेंड
नेल्लोर जिले में हाल के महीनों में सड़क हादसों की संख्या में इजाफा हुआ है। अगस्त में चाकिचेरला के पास एक अन्य हादसे में चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि प्रकाशम जिले में एक और दुर्घटना में तीन की जान गई। विशेषज्ञों का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर गलत दिशा से वाहन चलाना, ओवरलोडिंग और स्पीड लिमिट का उल्लंघन मुख्य कारण हैं। पुलिस ने जांच के बाद ट्रक जब्त कर लिया है और पोस्टमॉर्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
यह घटना पूरे राज्य में सड़क सुरक्षा को लेकर बहस छेड़ रही है। अधिकारीयों ने वाहन चालकों से सावधानी बरतने की अपील की है। अधिक जानकारी के लिए पुलिस जांच का इंतजार है।