आगरा; “दोस्ती में विश्वास किया, उन्होंने पूरा व्यापार ही डुबो दिया” – यह कहना है सिकंदरा क्षेत्र के कारोबारी हिमांशु गुप्ता का, जिन्हें उनके कथित पुराने मित्र विनोद कुमार और उनकी पत्नी नीरू यादव ने विश्वास का फायदा उठाकर करीब ₹1 करोड़ 50 लाख 66 हज़ार 980 रुपये की ठगी कर दी।
पीड़ित हिमांशु गुप्ता ने बताया कि दोनों परिवारों के बीच वर्षों पुराने पारिवारिक संबंध थे। इसी रिश्ते की आड़ में विनोद कुमार और नीरू यादव ने 2018 से लेकर 2023 तक बार-बार उनसे अलग-अलग बहानों से पैसे लिए – कभी व्यापार के लिए, कभी निजी जरूरत के नाम पर। शुरुआत छोटी-छोटी राशि से हुई, लेकिन धीरे-धीरे रकम का आंकड़ा डेढ़ करोड़ के पार पहुँच गया।
नवंबर 2023 के बाद शुरू हुआ टालमटोल
हिमांशु गुप्ता ने बताया कि जब नवंबर 2023 से उन्होंने पैसे वापस मांगने शुरू किए तो आरोपी दंपत्ति हर बार नया बहाना बनाने लगे। कभी बोले “अगले महीने”, कभी “व्यापार में नुकसान हो गया”।
12 जुलाई 2025: सिकंदरा बाजार में खुली गुंडागर्दी
पैसे की मांग से तंग आकर 12 जुलाई 2025 को जब हिमांशु गुप्ता सिकंदरा बाजार में विनोद कुमार और नीरू यादव से मिले तो मामला हाथापाई तक पहुँच गया। पीड़ित का आरोप है कि दोनों ने न सिर्फ गाली-गलौज की, धक्का-मुक्की की, बल्कि खुलेआम कहा – “पैसे हमने हड़प लिए हैं, अब जो करना है कर लेना। अगर फिर तगादा किया तो जान से मार देंगे।”
इस घटना के कई चश्मदीद गवाह भी मौजूद थे।
न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज
लगातार धमकियाँ और टालमटोल से परेशान होकर हिमांशु गुप्ता ने आगरा कोर्ट में परिवाद दाखिल किया। माननीय न्यायालय के आदेश पर सिकंदरा पुलिस ने आखिरकार विनोद कुमार और उनकी पत्नी नीरू यादव के खिलाफ निम्नलिखित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है:
पुलिस ने शुरू की जांच
सिकंदरा थाना प्रभारी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सभी बैंक ट्रांजेक्शन, चेक, UPI रसीदें और अन्य साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं। आरोपी दंपत्ति से पूछताछ की जाएगी और जल्द ही उन्हें हिरासत में लिया जाएगा।
हिमांशु गुप्ता ने मीडिया से कहा: “मैंने उन्हें भाई की तरह माना, अपना सब कुछ दे दिया। आज मेरा व्यापार चौपट है, परिवार परेशान है। बस अब न्याय चाहिए।”

