मथुरा: नटराज ग्रुप ऑफ आर्ट्स ट्रस्ट के तत्वावधान में 1 जून को पाञ्चजन्य प्रेक्षागृह में सुप्रसिद्ध निर्देशक आशीष राजपूत के निर्देशन में नाटक “कंगन” का भव्य मंचन किया गया। यह मंचन दर्शकों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया, जिसने सभी को भावविभोर कर दिया। नाटक की प्रस्तुति इतनी प्रभावशाली रही कि कई दृश्य देखकर दर्शकों की आंखें नम हो गईं।



“कंगन” एक विशुद्ध साहित्यिक प्रेम कहानी पर आधारित नाट्य रूपांतरण है, जिसे आधुनिक रंगमंच की प्रयोगात्मक शैली में प्रस्तुत किया गया। यह कहानी दो घनिष्ठ मित्रों की है जो साथ में स्कूल और कॉलेज में पढ़ते हैं, और फिर जीवन की अलग-अलग दिशाओं में निकल जाते हैं — एक इंजीनियर बनता है और दूसरा एक छोटे गांव में स्कूल का ड्रॉइंग मास्टर। पच्चीस वर्षों के अंतराल के बाद जब दोनों फिर से मिलते हैं, तो उनके जीवन की यादें और अनुभव मंच पर जीवंत हो उठते हैं।

इस मार्मिक और भावनात्मक प्रस्तुति में सभी कलाकारों ने अपनी अदाकारी से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। नाटक में अभिनय करने वाले प्रमुख कलाकारों में शामिल थे:

आशीष राजपूत, समीर मालिक, विशाल दिवाकर, सोनू शर्मा, अपूर्वा गुप्ता, संजय पौरुष, आराध्य सिंह, कामरान रिज़वी, दिव्यांशु सारस्वत, दीपक शर्मा, कृष्ण शर्मा, अनीश खंडेलवाल, सिद्धांत तिवारी, वरुण शर्मा, फाईजा उस्मानी, सुमित राजपूत, शंशाक जैन, ज्ञानेश शर्मा, मोनू मालिक, सचिन मैसी, आकाश शर्मा और गौरव शर्मा।

कार्यक्रम में विशेष सहयोग प्रदान करने वालों में शैली बंसल शाह, कनिष्क चौहान, गायक गौरव शर्मा, फिल्म अभिनेता एवं पत्रकार कुलदीप दुबे, भोजपुरिया सिंगर व पत्रकार मोनू राजवत (सांवरिया फिल्म्स), डॉ. वर्तिका किशोर, निधि तोमर, डॉ. रूपा, आशीष गोपाल, नीना जैन, पायल अग्रवाल, गीता नथानी, विंदेश चतुर्वेदी आदि प्रमुख रहे।

नाटक की सुंदरता, प्रस्तुति की भावनात्मक गहराई और कलाकारों के अभिनय ने इसे एक यादगार अनुभव बना दिया। दर्शकों ने तालियों और वाह-वाह से कलाकारों को भरपूर सराहा और उनकी सराहनीय मेहनत को खूब सराहा।

राहुल गौड एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में कार्य करने का 10 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा में सक्रिय रहते हुए उन्होंने विभिन्न समाचार माध्यमों के लिए निष्पक्ष और प्रभावशाली रिपोर्टिंग की है। उनके कार्य में स्थानीय मुद्दों की गंभीर समझ और जनसरोकार से जुड़ी पत्रकारिता की झलक मिलती है।

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