गोविन्द पाराशर– संवाददाता आगरा


जगनेर/आगरा। जगनेर CHC में ऑक्सीजन और डॉक्टर न मिलने से 5 साल के मासूम की मौत, परिजनों का हंगामा
आगरा, उत्तर प्रदेश: आगरा के जगनेर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में स्वास्थ्य सेवाओं की घोर लापरवाही ने एक 5 वर्षीय मासूम की जान ले ली है।

आरोप है कि समय पर ऑक्सीजन और डॉक्टरों की अनुपस्थिति के कारण बच्चे को उचित उपचार नहीं मिल सका, जिसके चलते उसकी दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया, जिससे पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया है।

• ऑक्सीजन और डॉक्टर की अनुपस्थिति बनी जान की दुश्मन

सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था पर फिर उठे सवाल जांच का आश्वासन, पर गुस्सा बरकरार

जानकारी के अनुसार, रविवार (8 जून, 2025) को बच्चे की तबीयत अचानक बिगड़ गई। परिजन उसे तत्काल इलाज के लिए जगनेर सीएचसी केंद्र लेकर पहुंचे। हालांकि, रविवार की छुट्टी होने के कारण केंद्र पर कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था।

परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की सुविधा भी उपलब्ध नहीं थी। इन गंभीर लापरवाहियों के चलते बच्चे को समय पर उपचार नहीं मिल सका और उसकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई, जिससे उसने दम तोड़ दिया।

सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था पर फिर उठे सवाल

इस हृदय विदारक घटना ने एक बार फिर सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति को उजागर कर दिया है। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है। स्थानीय लोगों में भी इस लापरवाही को लेकर भारी आक्रोश है और उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त सुविधाओं और डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग उठाई है।


जांच का आश्वासन, पर गुस्सा बरकरार

क्षेत्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू करने का आश्वासन दिया है। हालांकि, मासूम को खोने वाले परिजनों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। यह घटना एक बार फिर यह गंभीर सवाल खड़ा करती है कि आखिर कब तक सरकारी अस्पतालों में इस तरह की लापरवाही के कारण मासूम जिंदगियां यूं ही खत्म होती रहेंगी? आवश्यकता है कि ऐसे मामलों में कठोर कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

मृतक मासूम बच्चे के बाबा सोम सिंह ने लिखित में प्राथना पत्र देते हुए कहा हमें कोई कानूनी कार्यवाही नहीं करनी हैं। लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृति न हो।

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