ग्राम पंचायत फोड़र के ग्रामीणों ने सौंपा 8 सूत्रीय ज्ञापन, आंदोलन की चेतावनी

मथुरा।ग्राम पंचायत फोड़र, ब्लॉक एवं तहसील गोवर्धन (मथुरा) में सड़क चौड़ीकरण के नाम पर बिना किसी पूर्व सूचना या वैधानिक प्रक्रिया के किए जा रहे ध्वस्तीकरण के खिलाफ आज सैकड़ों ग्रामीणों ने आक्रोश जताया। अखिल भारतीय समता फाउंडेशन के नेतृत्व में समाजसेवी रमेश सैनी के निर्देशन में पीड़ित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी मथुरा के नाम एक 8 सूत्रीय मांग पत्र प्रोटोकॉल अधिकारी शंभूनाथ को सौंपा।

60-70 वर्षों से बसे गरीबों को उजाड़ने की साजिश”

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वे पिछले 60-70 वर्षों से स्थाई रूप से ग्राम पंचायत फोड़र में निवास कर रहे हैं। अधिकांश लोग आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं और गरीबी रेखा के नीचे जीवन बसर कर रहे हैं। इसके बावजूद प्रांतीय लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों ने बिना किसी नोटिस या चेतावनी के मकानों पर लाल निशान लगा दिए हैं, जिससे गांव में भय और असुरक्षा का माहौल बन गया है।

“हम भारत के संवैधानिक नागरिक हैं, फिर भी बिना नोटिस दिए हमारा आशियाना उजाड़ा जा रहा है।”
— ग्रामीण प्रतिनिधि



प्रशासन से तत्काल राहत की मांग

समाजसेवी रमेश सैनी और स्थानीय नेता जितेंद्र सिंह ने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप कर ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया रोकने और गरीब परिवारों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की।
समता फाउंडेशन के अध्यक्ष लुकेश कुमार राही ने चेतावनी दी,

“यदि ध्वस्तीकरण का आदेश वापस नहीं लिया गया, तो सैकड़ों ग्रामीण परिवारों के साथ बड़ा आंदोलन किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।”



ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख लोग

ज्ञापन सौंपने के दौरान रमेश सैनी, जितेंद्र सिंह, शुगर सिंह, प्रेम सिंह, घनश्याम, सुरेश बाबू, तूफानी, शेर सिंह, रामदास, चंद्रपाल, लखन सिंह, गुरु प्रसाद, केदार सिंह, बनवारी लाल, दीदी सिंह, बहुरन, पहला सिंह, नेम सिंह, संजय, जगदीश प्रसाद, कोमल प्रसाद, राम खिलाड़ी, दौलत सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।

राहुल गौड एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में कार्य करने का 10 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा में सक्रिय रहते हुए उन्होंने विभिन्न समाचार माध्यमों के लिए निष्पक्ष और प्रभावशाली रिपोर्टिंग की है। उनके कार्य में स्थानीय मुद्दों की गंभीर समझ और जनसरोकार से जुड़ी पत्रकारिता की झलक मिलती है।

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