आगरा। थाना कागारौल में तैनात एक अंडर ट्रेनी दरोगा के कल वायरल हुए एक वीडियो की सच्चाई सामने आना बाकी है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो रिश्वत के लेन-देन से जुड़ा हुआ है। जमीन विवाद में दर्ज मुकदमे में अंग-भंग की धारा जोड़ने के बदले दरोगा को यह रकम ऒफर की जा रही है। यह पूरा वाकया एक कमरे के अंदर रिकॉर्ड हुआ था। इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए जांच बैठाई जा चुकी है। जांच पूरी होने तक इस वीडियो की सच्चाई की पुष्टि नहीं की जा सकती।

कहा जा रहा है कि नगला हीरा सिंह इलाके के एक ज़मीन विवाद मामले में आरोपी पक्ष से दरोगा ने कथित रूप से धारा कम करने की कीमत मांगी। पीड़ित का कहना है कि दरोगा ने उसे थाने के एक कमरे में बुलाकर सौदेबाज़ी की और 80,000 रुपये की मांग की।

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति अपने हाथों में नोटों की गड्डियां लिए हुए है। वह ट्रेनी दरोगा से बार-बार कुछ कह रहा है जबकि दरोगा बार-बार इनकार भी करता सुनाई दे रहा है, इसलिए यह वीडियो ही सवालों के घेरे में आ गया है।

अब यह तो जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि वायरल वीडियो की सच्चाई क्या है। बहरहाल इतना तो है कि जिस व्यक्ति के हाथों में नोटों की गड्डियां हैं, वह ट्रेनी दरोगा के कमरे तक पहुंचा हुआ है, इससे भी तमाम सवाल खड़े होते हैं। दूसरी बात यह कि दरोगा भले ही इनकार कर रहा है, लेकिन नोट लेकर पहुंचा व्यक्ति दरोगा के सामने नोटों की गड्डी गिनकर रख देता है तो इसके बाद दरोगा की तरफ से कोई आवाज नहीं सुनाई देती।

अब इसी आधार पर यह तय नहीं हो पा रहा है कि वीडियो की सच्चाई क्या है। कागारौल थाने के इंसपेक्टर तो इसे दरोगा को फंसाने का प्रयास बता चुके हैं, लेकिन डीसीपी सच्चाई तक पहुंचने के लिए मामले की जांच शुरू करा चुके हैं।

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