आगरा।  ज़िले की तहसील किरावली के गांव नगला कुकथला में कीथम-भांडई रेललाइन के लिए हो रहे निर्माण कार्य से गांववासियों का स्कूल और श्मशान घाट से सम्पर्क कट गया है। रेलवे विभाग द्वारा रुनकता-किरावली रोड से नगला कुकथला संपर्क मार्ग पर विपरीत दिशा में पुल बनाए जाने से गांव का जीवन प्रभावित हो गया है।

ग्रामीणों का कहना है कि रेल विभाग की लापरवाही से भविष्य में राहगीरों और बच्चों को गंभीर दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है। गांव से महज 100 मीटर दूर स्थित सरकारी प्राइमरी स्कूल के लिए अब कोई सीधा रास्ता नहीं बचा है, क्योंकि रेलवे लाइन की दीवार ने रास्ता पूरी तरह बंद कर दिया है। इससे बच्चों की पढ़ाई पर संकट मंडरा रहा है।

इतना ही नहीं, गांव के श्मशान घाट तक जाने वाला रास्ता भी अब रेललाइन के कारण अवरुद्ध हो गया है। यदि समय रहते समाधान नहीं हुआ तो ग्रामीणों को सड़क पर ही अंतिम संस्कार करने को मजबूर होना पड़ेगा। साथ ही किसान भी अपने खेतों तक नहीं पहुंच पा रहे, जिससे खेती पर संकट और रोज़ी-रोटी पर असर पड़ रहा है।

वर्षा के दिनों में पहले से ही यह कच्चा रास्ता मुश्किलें बढ़ा देता था, अब पूरी तरह बंद हो जाने से हालात और गंभीर हो गए हैं। ग्रामीणों और स्कूल शिक्षकों ने कई बार प्रशासनिक अधिकारियों और शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर सड़क पक्की करवाने की मांग की थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

स्थिति से नाराज़ होकर चौधरी दिलीप सिंह के नेतृत्व में प्रभावित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी को ज्ञापन सौंपकर समस्याओं के निराकरण की माँग की। जिलाधिकारी ने समाधान का आश्वासन दिया है।

प्रदर्शन में मनोज कुमार, विष्णु कुमार, बाबूलाल बाल्मीकि, सुरेश बाबा राजकुमार, चंद्रभान, पदम सिंह, रामराज, पप्पू, तेजस्वरूप, रामबाबू, रविन्द्र, शशि, दीपक, पिंकी कुशवाह, आदित्य, मंजू देवी, आरती देवी, वृज किशोर, सतीश, भोला, राजवीर आदि शामिल थे।

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