फतेहाबाद/आगरा। ग्राम पंचायतों की गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। विकास खंड फतेहाबाद की स्वारा एवं नगरचंद स्थित गौशालाओं में वर्मी कम्पोस्ट खाद निर्माण की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। इससे जहां जैविक खाद का उत्पादन बढ़ेगा, वहीं गौशालाओं को स्थायी आय का स्रोत भी मिलेगा।
खंड विकास अधिकारी रजत कुशवाहा ने बताया कि गौशालाओं में गोबर से वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर उसे किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा। इससे रासायनिक खाद पर निर्भरता कम होगी और खेती को जैविक दिशा मिलेगी। योजना के तहत आवश्यक ढांचा, केंचुए एवं खाद निर्माण की व्यवस्थाएं पूरी की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि वर्मी कम्पोस्ट बिक्री से प्राप्त धनराशि का उपयोग गौशालाओं के संचालन, पशुओं के चारे, दवा एवं देखभाल पर किया जाएगा। इससे गौवंश संरक्षण के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
जल्द ही दोनों गौशालाओं में खाद उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा, जिससे क्षेत्र के किसानों को सस्ती व गुणवत्तापूर्ण जैविक खाद उपलब्ध हो सकेगी।
रिपोर्ट – सुशील गुप्ता

