मथुरा। उत्तर प्रदेश सफाई मजदूर एकता मंच की यूनियन ने आज नगर निगम मथुरा-वृंदावन के नगर आयुक्त को आउटसोर्स कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर एक विस्तृत मांगपत्र सौंपा। इस मांगपत्र में कर्मचारियों के हितों से जुड़ी कई अहम मांगें रखी गईं।



मांगपत्र में प्रमुख रूप से आउटसोर्स सेवा निगम गठन की प्रक्रिया लागू करने, 1 नवंबर 2025 से न्यूनतम वेतन का भुगतान करने, नेचर ग्रीन कंपनी का मेंटेनेंस सुधारने, माह की 5 तारीख तक समय पर वेतन देने, तथा भेदभावपूर्ण व्यवहार बंद करने की मांग की गई है।

यूनियन के जिला अध्यक्ष कामरेड उत्तमचंद सहजना ने कहा कि “नेचर ग्रीन कंपनी का मेंटेनेंस शून्य है, जिससे कर्मचारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी को मेंटेनेंस में सुधार लाना चाहिए और वेतन समय पर दिया जाना चाहिए।”

महानगर अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बताया कि “आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। स्थाई कार्मिकों को जहां माह की 2 तारीख तक वेतन मिल जाता है, वहीं आउटसोर्स कर्मचारियों को 15 से 20 तारीख तक इंतजार करना पड़ता है।”

महानगर महामंत्री अजय चौधरी ने कहा कि यूनियन कई बार मांगपत्र सौंप चुकी है, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि “यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो यूनियन आंदोलन के लिए बाध्य होगी।”

ड्राइवर यूनियन महामंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारियों को शहरी आजीविका केंद्र में शामिल किया जाए और 5 तारीख तक वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जाए।

डोर टू डोर अध्यक्ष राजवीर सिंह ने बताया कि यूनियन आंदोलन की तैयारी कर रही है और यदि मांगों पर जल्द सुनवाई नहीं हुई, तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।

इस अवसर पर रितेश सनवाल, आशिष, हरी गोपाल ठाकुर, गौरव चौहान, रामकिशन, रवि खरे वाल्मीकि, शुभम सांवरिया, पंकज चौधरी, धर्मेंद्र कुमार, नेम सिंह सहित कई सदस्य उपस्थित रहे।

राहुल गौड एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में कार्य करने का 10 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा में सक्रिय रहते हुए उन्होंने विभिन्न समाचार माध्यमों के लिए निष्पक्ष और प्रभावशाली रिपोर्टिंग की है। उनके कार्य में स्थानीय मुद्दों की गंभीर समझ और जनसरोकार से जुड़ी पत्रकारिता की झलक मिलती है।

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