फायर ब्रिगेड आधा घंटा देरी से पहुंची, राहगीरों की मदद से टली बड़ी अनहोनी

वृंदावन, बुधवार को वृंदावन एक्सप्रेस-वे पर एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जब पानीगांव यमुना पुल से लगभग 500 मीटर पहले एक चलती कार में अचानक आग लग गई। रिनो काइगर गाड़ी में अज्ञात कारणों से लगी भीषण आग के कारण मौके पर अफरा-तफरी मच गई और सड़क पर लंबा जाम लग गया।

घटना बुधवार शाम लगभग चार बजे की है। आग की लपटें उठते देख राहगीरों की भारी भीड़ जमा हो गई। किसी राहगीर ने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार फायर ब्रिगेड की टीम आधे घंटे की देरी से मौके पर पहुंची। तब तक कार पूरी तरह जलकर राख हो चुकी थी।

कार में सवार तीन लोगों – एक महिला, एक पुरुष और एक ढेड़ वर्षीय बच्चा – ने समय रहते गाड़ी से कूदकर अपनी जान बचा ली। महिला तनु, जो अपने बच्चे वियोम के साथ डॉक्टर बीसी गोयल को दिखाकर गांव हिंडौन नसीटी (थाना मांट क्षेत्र) लौट रही थीं, इस हादसे के बाद सदमे में थीं और फूट-फूटकर रोती नजर आईं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर फायर ब्रिगेड समय पर पहुंचती, तो गाड़ी को इतनी क्षति नहीं होती। हालांकि गनीमत यह रही कि किसी की जान नहीं गई और सभी यात्री सुरक्षित बाहर निकल आए।

इस हादसे ने एक बार फिर आपात सेवाओं की तत्परता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन को चाहिए कि ऐसे व्यस्तम मार्गों पर फायर ब्रिगेड की त्वरित उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, ताकि भविष्य में किसी बड़ी दुर्घटना को रोका जा सके।

राहुल गौड एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में कार्य करने का 10 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा में सक्रिय रहते हुए उन्होंने विभिन्न समाचार माध्यमों के लिए निष्पक्ष और प्रभावशाली रिपोर्टिंग की है। उनके कार्य में स्थानीय मुद्दों की गंभीर समझ और जनसरोकार से जुड़ी पत्रकारिता की झलक मिलती है।

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