रिपोर्ट 🔹रोहित साहू

गुरसरांय/गरौठा (झांसी)। रातभर हुई मूसलधार बारिश ने गरौठा तहसील क्षेत्र में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। तेज बहाव के चलते कई स्थानों पर आवागमन ठप हो गया। इसी बीच रविवार सुबह करीब 6 बजे बामौर ब्लॉक के ग्राम भदरवारा खुर्द में एक कच्चा मकान गिरने से 50 वर्षीय विमला देवी पत्नी जानकी प्रसाद अहिरवार मलबे में दब गईं।

घटना की सूचना मिलते ही डिप्टी कलेक्टर गरौठा सुनील कुमार तत्काल मौके पर पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों के सहयोग से महिला को मलबे से बाहर निकाला। तत्परता दिखाते हुए उन्होंने स्वयं वाहन की व्यवस्था कर महिला को गुरसरांय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँचाया, जहां डॉ. ओपी राठौर और डॉ. रवि अनुरागी की देखरेख में घंटों चले उपचार के बाद महिला की जान बच सकी।

डिप्टी कलेक्टर सुनील कुमार ने अस्पताल में इलाज के दौरान मौजूद रहकर हर संभव सहायता सुनिश्चित की। साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि यदि आवश्यकता हो तो महिला को झांसी मुख्यालय भेजकर उच्चस्तरीय इलाज उपलब्ध कराया जाए।

महिला की आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय होने और निवास की समुचित व्यवस्था न होने को लेकर राजस्व विभाग की टीम को तत्काल मौके पर भेजने और आपदा राहत की प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने के निर्देश भी दिए गए।

“योगी के ओल्ड अफसर, सेवा में निकले गोल्ड”

डिप्टी कलेक्टर सुनील कुमार ने जिस मानवीय संवेदनशीलता और तेज निर्णय क्षमता का परिचय दिया, वह काबिल-ए-तारीफ है।
घटना की जानकारी मिलते ही मात्र 10 मिनट में घटनास्थल पर पहुंचने वाले अधिकारी ने न केवल प्रशासनिक जिम्मेदारी निभाई, बल्कि एक सेवाभावी परिवारजन की भांति पीड़िता को मलबे से निकाल कर अस्पताल तक पहुंचाया।

गांव से लेकर गुरसरांय तक उनके इस कार्य की चहुंओर सराहना हो रही है। यह कार्य अन्य अधिकारियों व समाज के लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है – कि जब सेवा भाव दिल से हो, तो प्रशासनिक पद केवल कुर्सी नहीं, जनसेवा का माध्यम बन जाता है।

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