महोबा। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव और 2027 विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे अपनी जनता पार्टी के संस्थापक स्वामी प्रसाद मौर्य इन दिनों ‘संविधान सम्मान जनहित हुंकार यात्रा’ निकाल रहे हैं। मंगलवार को यात्रा जब महोबा पहुंची, तो मौर्य ने भाजपा और बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर तीखे आरोप लगाए और उनकी यात्रा को असंवैधानिक बताया।
“बागेश्वर धाम की यात्रा असंवैधानिक” — मौर्य
मौर्य ने आरोप लगाया कि भाजपा अपने राजनीतिक हितों को साधने के लिए बाबा बागेश्वर का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र की मांग के समर्थन में निकाली जा रही यात्रा संविधान विरोधी है। मौर्य का कहना है कि यदि राजनीतिक संरक्षण न होता, तो इस तरह के कथित बयानों पर कार्रवाई होती।
नौकरशाही और SIR प्रक्रिया पर सवाल
उन्होंने राज्य सरकार पर नौकरशाही के हावी होने और “जंगलराज” होने का आरोप लगाया। साथ ही SIR के जरिए मतदाताओं को मताधिकार से वंचित किए जाने का दावा करते हुए चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए।
लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर पर पलटवार
गाजियाबाद के लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर द्वारा दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मौर्य ने कहा कि ऐसी भाषा किसी जनप्रतिनिधि की नहीं हो सकती। उन्होंने इसे दलितों, पिछड़ों और आदिवासी समुदायों को दबाने वाली मानसिकता करार दिया।
“डबल इंजन सरकार हर मोर्चे पर नाकाम”
मौर्य ने दावा किया कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था बिगड़ी हुई है और कई मंत्री भी अपने विभागों में अधिकारियों के रवैये से नाखुश हैं। उन्होंने कहा कि जब मंत्रियों की शिकायतों पर कार्रवाई नहीं होती, तो आम जनता की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।
आगामी चुनावों में भाजपा को चुनौती देने की तैयारी
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि उनकी पार्टी पूरे प्रदेश में संगठन विस्तार की प्रक्रिया तेज करने जा रही है। आगामी चुनावों में भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए वे मजबूत विकल्प तैयार करने का दावा कर रहे हैं।

