गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को गोरखपुर में आयोजित एकता यात्रा के दौरान बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश के सभी स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में ‘वंदे मातरम्’ का गायन अनिवार्य किया जाएगा। सीएम ने कहा कि यह निर्णय राष्ट्रभक्ति, मातृभूमि के प्रति सम्मान और एकता की भावना को सशक्त करेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा, “राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के प्रति सम्मान और श्रद्धा का भाव हर नागरिक में होना चाहिए। अब उत्तर प्रदेश के हर स्कूल और शिक्षण संस्थान में इसका नियमित और अनिवार्य गायन किया जाएगा।”

योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि जाति, धर्म और भाषा के आधार पर समाज को बांटने वाले तत्वों की पहचान कर उनसे सावधान रहना जरूरी है। उन्होंने कहा कि “हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भारत में फिर कभी कोई नया जिन्ना न उभरे। विभाजनकारी सोच को जड़ जमाने से पहले ही समाप्त करना होगा।”

कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने ‘रन फॉर यूनिटी’ और ‘वंदे मातरम् सामूहिक गायन’ कार्यक्रम की भी शुरुआत की। उन्होंने लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय एकता कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए कहा कि “स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों ने देश में एकता और गर्व की भावना को मजबूत किया है।”

योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति ही देश के विभाजन की जड़ थी। सीएम ने कहा, “गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा रचित वंदे मातरम् स्वतंत्रता संग्राम का उद्घोष था। 1896 से 1922 तक कांग्रेस के हर अधिवेशन में यह गाया जाता था, लेकिन जब मोहम्मद अली जौहर कांग्रेस अध्यक्ष बने, उन्होंने इसका विरोध किया। कांग्रेस ने उस वक्त दृढ़ता नहीं दिखाई — अगर दिखाई होती, तो शायद देश का विभाजन नहीं होता।”

उन्होंने कहा कि आज भी कुछ लोग वंदे मातरम् का विरोध कर रहे हैं, जो राष्ट्रीय एकता के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। सीएम ने समाजवादी पार्टी के एक सांसद द्वारा दिए गए बयान की आलोचना करते हुए कहा कि “महापुरुषों और राष्ट्रीय गीतों का अपमान देश की आत्मा का अपमान है।”

वंदे मातरम् विवाद फिर गर्माया

हाल ही में महाराष्ट्र से लेकर उत्तर प्रदेश तक वंदे मातरम् को लेकर राजनीति गरमा गई है। महाराष्ट्र में एनडीए सरकार ने स्कूलों में पूरा वंदे मातरम् अनिवार्य करने की घोषणा की है, जबकि विपक्षी दल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी इसके स्वरूप पर सवाल उठा रहे हैं।

सपा के पूर्व सांसद डॉ. एस.टी. हसन ने बयान दिया कि मुसलमान वंदे मातरम् नहीं गा सकते क्योंकि इसमें “धरती की पूजा” का भाव है, जो इस्लाम के सिद्धांतों के विरुद्ध है। उनके इस बयान पर भाजपा और कई राष्ट्रवादी संगठनों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।

सीएम योगी का संदेश

सीएम योगी ने कहा कि वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं, बल्कि यह भारत की आत्मा की अभिव्यक्ति है। “यह हमारी मातृभूमि के प्रति श्रद्धा, सम्मान और समर्पण का प्रतीक है। इसे हर बच्चे के मन में उतारना होगा ताकि भारत की एकता, अखंडता और राष्ट्र गौरव सदैव अक्षुण्ण रहे।”

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