मीरजापुर में प्रदेश कार्य समिति बैठक: डिजिटल विस्तार, सदस्यता अभियान और विधिक सेल की योजना

मीरजापुर।  उत्तर प्रदेश ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने पत्रकार बंधुओं के अधिकारों की दृढ़तापूर्वक रक्षा के साथ-साथ उनके सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का संकल्प जताया है। प्रदेश महासचिव संजय द्विवेदी ने विंध्याचल स्थित गोयनका धर्मशाला में आयोजित प्रदेश कार्य समिति बैठक को संबोधित करते हुए इस प्रतिबद्धता का स्पष्ट आश्वासन दिया। यह बैठक संगठन की मजबूती और विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई, जिसमें डिजिटल परिवर्तन से लेकर ग्रामीण स्तर पर कार्यशालाओं तक की योजनाओं पर मुहर लगाई गई।

बैठक का भव्य आयोजन: 18 मंडलों और 75 जिलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति

रविवार को विंध्याचल के पावन धाम में संपन्न इस बैठक में संगठन के सभी 18 मंडलों के अध्यक्षों और 75 जिलों के जिलाध्यक्षों ने शिरकत की। यह एक व्यापक मंच सिद्ध हुआ, जहां ग्रामीण पत्रकारिता की चुनौतियों और अवसरों पर गहन विचार-विमर्श हुआ। विंध्याचल मंडल अध्यक्ष रूपेश पांडेय और जिला अध्यक्ष अजय ओझा ने अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया, जबकि कार्यक्रम का कुशल संचालन प्रदेश संप्रेषक हौशिला प्रसाद त्रिपाठी ने किया। आगरा, मेरठ, अलीगढ़, मथुरा, अयोध्या, झांसी और फिरोजाबाद जैसे जिलों से भी बड़ी संख्या में पत्रकार उपस्थित रहे।

डिजिटल क्रांति की शुरुआत: वेबसाइट लॉन्च और जिला-स्तरीय कार्यशालाएं

प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ सिंह ने अपने उद्घाटन संबोधन में संगठन को डिजिटल युग से जोड़ने की महत्वाकांक्षी योजना का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन की आधिकारिक वेबसाइट शीघ्र ही लॉन्च की जाएगी, जो संगठन से जुड़े सभी आंकड़ों, सदस्यताओं और गतिविधियों का केंद्रीकृत डेटाबेस उपलब्ध कराएगी। इसके अलावा, प्रदेश के प्रत्येक जिले और तहसील में कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा, ताकि ग्रामीण पत्रकारिता को मजबूत आधार मिल सके। सिंह ने जिलाध्यक्षों को 31 जनवरी तक सदस्यता पूर्ण करने का सख्त निर्देश देते हुए चेतावनी दी कि लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यह कदम संगठन की एकजुटता और विस्तार को नई गति प्रदान करेगा।

मुख्यमंत्री से वार्ता और विधिक संरक्षण: संरक्षक डॉ. के.एन. राय के सशक्त सुझाव

बैठक में प्रदेश संरक्षक डॉ. के.एन. राय ने रणनीतिक सुझावों से माहौल को और गंभीरता प्रदान की। उन्होंने मुख्यमंत्री से सीधी वार्ता के लिए एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल गठित करने का प्रस्ताव रखा, ताकि पत्रकारों की समस्याओं को शीर्ष स्तर पर रखा जा सके। साथ ही, संगठन के कानूनी विवादों के समाधान हेतु एक प्रदेश विधिक टीम का गठन करने की आवश्यकता पर बल दिया। ये सुझाव न केवल संगठन की संस्थागत मजबूती को दर्शाते हैं, बल्कि ग्रामीण पत्रकारों को न्यायिक सहायता का मजबूत ढांचा प्रदान करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल हैं।

सम्मान और अधिकारों की रक्षा में प्रतिबद्धता: महासचिव संजय द्विवेदी का संकल्प

प्रदेश महासचिव संजय द्विवेदी ने बैठक के समापन सत्र में संगठन की मूल भावना को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन न केवल पत्रकारों के अधिकारों की पैरवी करेगा, बल्कि उनके सम्मान की पवित्र रक्षा भी सुनिश्चित करेगा।”

उनके इस बयान ने उपस्थित सभी को प्रेरित किया और संगठन की दिशा को स्पष्ट किया। अन्य प्रदेश पदाधिकारियों ने भी अपने विचार साझा किए, जो संगठन की एकता और प्रगति के प्रति समर्पण को प्रतिबिंबित करते हैं।

पदाधिकारियों का व्यापक जमावड़ा: एकजुटता का प्रतीक

बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष रामनरेश सिंह चौहान, प्रदेश महामंत्री (संगठन) डॉ. नरेश पाल सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष कप्तान वीरेंद्र सिंह, प्रदेश कोषाध्यक्ष छोटेलाल चौधरी, प्रदेश मीडिया प्रभारी राजेश अग्रहरि, डॉ. राजू सिंह, अखिलेश मिश्रा, अमृतलाल अग्रहरि, देव प्रकाश मिश्रा, विभूति भूषण सिंह, ज्ञान दास गुप्ता, संजीव कुमार संजू, अखिलेश सक्सेना, विनोद अग्रवाल, विष्णु शिकरवार सहित असंख्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। यह विशाल जमावड़ा ग्रामीण पत्रकारिता के उज्ज्वल भविष्य का संकेत देता है, जहां चुनौतियां अब अवसरों में परिवर्तित हो रही हैं।

यह बैठक ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के लिए एक नया अध्याय खोलने वाली साबित हुई, जो न केवल डिजिटल सशक्तिकरण पर केंद्रित है, बल्कि पत्रकारों के समग्र कल्याण को प्राथमिकता देती है। संगठन की ये पहलें उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में पत्रकारिता को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मील का पत्थर सिद्ध होंगी।

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