आगरा: अपराध नियंत्रण और डिजिटल निगरानी के क्षेत्र में आगरा पुलिस ने एक और मिसाल कायम की है। डीसीपी सिटी सैयद अली अब्बास ने बताया कि सर्विलांस और स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) की संयुक्त टीमों ने पिछले दो महीनों में 210 गुम या चोरी हुए मोबाइल फोन बरामद किए, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 42 लाख रुपये है। यह उपलब्धि भारत सरकार के CEIR (Central Equipment Identity Register) पोर्टल की मदद से हासिल की गई, जो चोरी या गुम फोनों को ट्रैक करने का एक प्रभावी माध्यम है।

CEIR पोर्टल: गुम फोन की तलाश का डिजिटल हथियार

CEIR पोर्टल दूरसंचार विभाग द्वारा संचालित एक राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म है, जहां कोई भी व्यक्ति अपने गुम या चोरी हुए मोबाइल का IMEI नंबर दर्ज कराकर उसे ब्लॉक करा सकता है। पुलिस इसी पोर्टल के माध्यम से लोकेशन ट्रैक करती है और फोन बरामद होने पर उसे अनब्लॉक कर मालिक को लौटा देती है। डीसीपी अब्बास ने कहा, “यह तकनीकी दक्षता न केवल अपराधियों को चेतावनी देती है, बल्कि जनता का पुलिस पर भरोसा भी बढ़ाती है।” वर्ष 2025 में अब तक आगरा पुलिस ने कुल 1202 मोबाइल फोन बरामद कर चुकी है, जिनकी कीमत करीब 2 करोड़ 40 लाख रुपये है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में 15% अधिक है, जो पुलिस की सक्रियता को दर्शाता है।

अभियान की सफलता के पीछे ये नायक

इस अभियान में सर्विलांस प्रभारी अभिषेक कुमार तिवारी, एसओजी प्रभारी सोनपाल सिंह, कंप्यूटर ऑपरेटर आशीष शाक्य, हेड कांस्टेबल रुस्तम सागर, अरविंद यादव, कांस्टेबल प्रिंस कौशिक और शरद यादव की भूमिका सराहनीय रही। पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार के मार्गदर्शन में चलाए गए इस ड्राइव ने न केवल फोन लौटाए, बल्कि चोरी के नेटवर्क पर भी नकेल कसी। सोशल मीडिया पर आगरा पुलिस के आधिकारिक हैंडल ने इसकी जानकारी साझा की, जिस पर लोगों ने उत्साह से प्रतिक्रिया दी। एक यूजर ने लिखा, “पुलिस का यह प्रयास सराहनीय है, अब गुम फोन की चिंता कम हुई।”

जनता के लिए अपील: तुरंत शिकायत दर्ज करें

डीसीपी सिटी ने नागरिकों से अपील की है कि मोबाइल गुम या चोरी होने पर देर न करें। CEIR पोर्टल पर जाकर FIR कॉपी, IMEI नंबर और पहचान पत्र के साथ शिकायत दर्ज करें। इससे फोन की ट्रैकिंग आसान हो जाती है। देशभर में CEIR ने अब तक 19 लाख से अधिक फोन ट्रैक किए हैं, और उत्तर प्रदेश में सोनभद्र पुलिस ने हाल ही में 101 फोन बरामद कर मालिकों को लौटाए। आगरा पुलिस का यह प्रयास अपराध दर को कम करने की दिशा में एक मजबूत कदम है।

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