झाँसी: जिले में दो दिन पहले बस अड्डे से अपहृत हुए 6 साल के बच्चे को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है। पुलिस ने आरोपी को भी हिरासत में लिया है, जिसने पूछताछ में दावा किया कि उसने अपहरण पैसे के लिए नहीं, बल्कि बच्चे से मोहवश किया था। यह घटना सोमवार रात झाँसी बस अड्डे पर हुई थी, जब बच्चा अपनी माँ और दो बहनों के साथ यात्रा कर रहा था।

उन्नाव के सफीपुर थाना क्षेत्र के बदले पुरवा निवासी सुमित्रा अपने तीन बच्चों—दो बेटियों और एक बेटे—के साथ गुजरात से उन्नाव लौट रही थीं। सुमित्रा का परिवार गुजरात में रहता है, जहाँ उनके पति एक फैक्ट्री में काम करते हैं। सोमवार सुबह वह गुजरात से रवाना हुईं और शिवपुरी में बस बदलकर देर रात झाँसी बस अड्डे पर पहुँचीं।

सुमित्रा ने पुलिस को बताया कि बस से उतरते समय वह अपने तीनों बच्चों के साथ थी, लेकिन उसी दौरान उनका 6 साल का बेटा लापता हो गया। उन्होंने बस अड्डे के आसपास बच्चे की तलाश की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। इसके बाद उन्होंने नवाबाद थाने में शिकायत दर्ज की।

पुलिस की कार्रवाई

शिकायत मिलते ही पुलिस और स्वाट टीम ने त्वरित कार्रवाई शुरू की। सीसीटीवी फुटेज और अन्य सुरागों की मदद से पुलिस ने 2-3 सितंबर की मध्यरात्रि को बच्चे को बरामद कर लिया। इस दौरान आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया, जो बच्चे को गुजरात ले जाने की कोशिश कर रहा था।

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह बस में सुमित्रा और उनके बच्चों से मिला था। बातचीत के दौरान उसे बच्चे से मोह हो गया, और उसने बच्चे को अपने साथ पालने की इच्छा से अपहरण किया। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है और यह स्पष्ट किया जा रहा है कि आरोपी का इरादा वास्तव में क्या था।

परिवार और पुलिस का बयान

सुमित्रा ने बच्चे की बरामदगी पर राहत की साँस ली और पुलिस का आभार जताया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बच्चा पूरी तरह सुरक्षित है और उसे उसके परिवार को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा, “सीसीटीवी फुटेज और स्वाट टीम की तत्परता से बच्चे को जल्द बरामद कर लिया गया। आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।”

स्थानीय प्रतिक्रिया

इस घटना ने झाँसी बस अड्डे जैसे सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। स्थानीय लोग और यात्रियों ने बस अड्डों पर सीसीटीवी और पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाए जाएँगे।

  • रिपोर्ट – नेहा श्रीवास
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