लखनऊ: राजधानी लखनऊ में महिलाओं और नाबालिग लड़कियों के खिलाफ अपराधों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। एक दिल दहला देने वाली घटना में, एक 7वीं कक्षा की छात्रा को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर की गई ‘दोस्ती’ ने उसके जीवन को हमेशा के लिए बदल दिया। आरोपी विमल नामक युवक ने छात्रा को रात 10 बजे मिलने के बहाने बुलाया और उसे एक होटल में ले जाकर दो दिनों तक बंधक बनाए रखा। इस दौरान उसके साथ गैंगरेप किया गया। पुलिस ने इस जघन्य अपराध के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
घटना का खौफनाक खुलासा
पुलिस के अनुसार, पीड़िता एक प्रतिष्ठित स्कूल में 7वीं कक्षा की छात्रा है, जो लखनऊ के एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती है। आरोपी विमल ने इंस्टाग्राम पर छात्रा के साथ चैटिंग शुरू की और खुद को एक ‘अच्छा दोस्त’ बताते हुए उसका विश्वास जीत लिया। कुछ दिनों की बातचीत के बाद, उसने 3 नवंबर की रात करीब 10 बजे छात्रा को एक पार्क में मिलने के लिए बुलाया। जैसे ही छात्रा वहां पहुंची, विमल ने उसे जबरन एक निजी होटल में ले आया।
होटल के कमरे में बंद कर दिए जाने के बाद, विमल ने अपने साथी के साथ मिलकर छात्रा का दो दिनों तक शोषण किया। पीड़िता को खाना-पीना देने के साथ-साथ मोबाइल फोन भी छीन लिया गया था, ताकि वह किसी से संपर्क न कर सके। 5 नवंबर को सुबह जब होटल स्टाफ को शक हुआ, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। इससे पहले, छात्रा के परिवार ने 4 नवंबर को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस कार्रवाई और आरोपी गिरफ्त में
लखनऊ पुलिस के एसएसपी कलानिधि भत्री ने बताया, “हमने तुरंत विशेष टीम गठित की और सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और सोशल मीडिया रिकॉर्ड्स की जांच की। विमल (उम्र 24 वर्ष) और उसके साथी राजू (उम्र 22 वर्ष) को होटल से ही गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों स्थानीय निवासी हैं और पूर्व में छोटे-मोटे अपराधों में शामिल रहे हैं।”
पुलिस ने आईपीसी की धारा 376डी (गैंगरेप), 363 (अपहरण), 506 (धमकी) और POCSO एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। दोनों आरोपी पूछताछ में अपना जुर्म कबूल चुके हैं। एसएसपी ने कहा, “आरोपियों के अन्य साथियों की तलाश के लिए छापेमारी की जा रही है। पीड़िता को मेडिकल जांच के बाद काउंसलिंग दी जा रही है।”
सोशल मीडिया का खतरा: बढ़ते खतरे की घंटी
यह घटना सोशल मीडिया के दुरुपयोग को लेकर फिर से सवाल खड़े कर रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि नाबालिग बच्चों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर सतर्क रहने की शिक्षा जरूरी है। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में 2024 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 15% की वृद्धि हुई है, जिसमें साइबर अपराधों का बड़ा हिस्सा है।
पीड़िता के परिवार ने बताया, “हमारी बेटी बहुत पढ़ाई में तेज थी। वह कभी सोशल मीडिया पर ज्यादा समय नहीं बिताती थी, लेकिन एक गलत दोस्ती ने सब कुछ बर्बाद कर दिया।” परिवार ने आरोपी को कड़ी सजा की मांग की है।
क्या करें अभिभावक?
बच्चों को इंस्टाग्राम जैसे ऐप्स पर अजनबियों से बात न करने की सलाह दें।
लोकेशन शेयरिंग और प्राइवेसी सेटिंग्स चेक करें।
यदि कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे, तो तुरंत पुलिस हेल्पलाइन 1098 पर कॉल करें।
यह मामला न केवल लखनऊ बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए एक चेतावनी है। पुलिस ने अपील की है कि सोशल मीडिया पर सावधानी बरतें, वरना ऐसी त्रासदी किसी भी परिवार को निगल सकती है। मामले की आगे की जांच जारी है।

