मेरठ: कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व शिक्षा मंत्रालय के राज्य मंत्री श्री जयंत चौधरी ने आज मेरठ में स्पोर्टएज मेरठ (Sports and Entrepreneurship Development for Growth and Excellence) का उद्घाटन किया। यह पहल भारत की स्पोर्ट्स गुड्स इंडस्ट्री को मजबूत बनाने और मेरठ को अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स हब में तब्दील करने पर केंद्रित है। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी), स्पोर्ट्स सेक्टर स्किल काउंसिल, ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट (BAT) और अन्य साझेदारों के सहयोग से शुरू यह प्रोजेक्ट 5,000 से अधिक नैनो-उद्यमियों को सशक्त बनाएगा।
श्री चौधरी ने संबोधन में कहा, “खेल भारत का नया उद्यम है – मेरठ अगले दशक के खेलों की सफलता की ताकत बनेगा।“ उन्होंने जोर दिया कि स्पोर्ट्स केवल मेडल नहीं, बल्कि अनुशासन, आत्मविश्वास और उद्यमिता का स्रोत है। 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी के बीच मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को वैश्विक स्तर पर मजबूत करने की जरूरत है। स्पोर्टएज कारीगरों, युवाओं और उद्यमों को आधुनिक कौशल, तकनीक व बाजार पहुंच देगा।
स्पोर्टएज के प्रमुख स्तंभ:
- बाजार प्रतिस्पर्धा: क्लस्टर मैपिंग, इनोवेशन और एक्सपोर्ट विस्तार से इंडस्ट्री को उन्नत बनाना।
- सतत आजीविका: महिला-नेतृत्व वाली नैनो-उद्यमियों को सशक्त कर आय में 25% वृद्धि और ₹1 लाख न्यूनतम वार्षिक आय सुनिश्चित करना।
- स्थानीय प्रतिभा विकास: 3-5 प्रमुख खेलों (जैसे बॉक्सिंग, क्रिकेट) के लिए विकास योजनाएं, स्कूलों-एकेडमियों में कार्यक्रम।
- जेंडर इक्विटी: महिलाओं की उद्यमिता, खेल और सप्लाई चेन में केंद्रीय भूमिका।
पहल के तहत 1,000 महिला उद्यमियों को लोन पहुंच, व्यवसाय विस्तार और आर्थिक आत्मनिर्भरता मिलेगी। BAT-NEST के समर्थन से यह मॉडल मेरठ की आय-स्थिरता बढ़ाएगा और पूरे भारत में दोहराया जाएगा। इससे रोजगार, निर्यात व टैक्स रेवेन्यू में उछाल आएगा।
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का उद्घाटन
श्री चौधरी ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में स्पोर्ट्स गुड्स मैन्युफैक्चरिंग सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (बैडमिंटन रैकेट यूनिट) भी शुरू किया। एसपीईएफएल-एससी और इंडस्ट्री पार्टनर्स के सहयोग से यह अत्याधुनिक सुविधा युवाओं-कारीगरों को तकनीकी ट्रेनिंग देगी, उत्पाद डिजाइन सुधारेगी और महिलाओं की भूमिका बढ़ाएगी।
सांसद-विधायक अपने फंड से स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करेंगे, जिससे ग्रासरूट स्तर पर खेल संस्कृति फलेगी। स्पोर्टएज भारत के खेल अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा, जहां मेरठ अग्रणी भूमिका निभाएगा।

