फतेहाबाद/आगरा: हिंदू धर्म एक सनातन धर्म है इसमें जो भी रीति रिवाज बनाए गए हैं, उनका एक वैज्ञानिक कारण हैl श्राद्ध मनाने का भी वैज्ञानिक कारण है और वह है पीपल और बरगद का वृक्ष लगाना, यह दोनों वृक्ष कोए की मदद के बिना नहीं उगाए जा सकते हैl
इन दोनों वृक्षों के बीज कोए खाते हैं, और फिर वह जहां तहां बीट करते हैं, वहीं पर यह दोनों वृक्ष उगते हैं, पीपल एक ऐसा वृक्ष है जो 24 घंटे ऑक्सीजन देता है, और बरगद के वृक्ष में भी बहुत औषधि गुण होते हैंl कोए के बच्चों को बचाने के लिए ही यह श्राद्ध की परंपरा आरंभ की गई , क्योंकि इसी मौसम में कोए के बच्चे जन्म लेते हैं और श्राद्ध में हम कोए के लिए भोजन छत पर रखते हैं l
श्राद्ध के बहाने से हम साल में एक बार पूर्वजों को याद कर लेते हैं जिनके कारण हम इस दुनिया में आए, और जिन्होंने अपना सर्वस्व हमारे ऊपर न्योछावर कर दिया l
श्राद्ध के बहाने से बहन, बेटियां ,भांजी और ब्राह्मण आदि खाना खाने के लिए घर आते हैं, इससे उनका आशीर्वाद हमको मिलता है ,और समाज में व्यवहारिकता रहती है l
- रिपोर्ट – सुशील गुप्ता